वाराणसी। सारनाथ थाना छेत्र के बरईपुर में शनिवार की सुबह एक महिला ने भोर में तीन बजे आग लगाकर जान दे दी। पति के अनुसार पीएम आवास का पैसा लेने के बाद भी लॉकडाउन के कारण मकान नहीं बन सका था। तीन दिन में मकान बनाने का नोटिस मिलने से पत्नी काफी परेशान थी।
सारनाथ के बरईपुर निवासी रमेश पांडेय शादी पार्टियों में कुक का काम करते थे। उनकी पत्नी दीपा पांडेय |35| ने भोर में किचन में जाकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। भोर में लघुशंका के लिए उठे तो देखा कि किचन से धुंआ निकल रहा है और जलने की बदबू आ रही है। किचन के दरवाजे का कुंडी तोड़कर खोला गया तो दीपा जलकर मर चुकी थी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
पति रमेश ने बताया कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए दो लाख रुपया आया हुआ था। लॉकडाउन होने से मकान नहीं बन पाया था। छह जुलाई को प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी जिला नगरीय विकास अभिकरण चौकाघाट वाराणसी की ओर से तीन दिन में मकान बनाने का नोटिस आया था। इससे दीपा परेशान रहती थी।
मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक हर्षमणि तिवारी मामले की जांच की। सारनाथ बीट प्रभारी सुनील यादव के अनुसार पूछताछ में जानकारी मिली है कि पीएम आवास योजना शहरी कार्यालय जिला नगरीय विकास अभिकरण की ओर से नोटिस मिलने से परेशान थी। रमेश पांडेय को पांच वर्ष का बेटा आनन्द पांडेय व बेटी अदिति पांडेय है।