वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में शुक्रवार को एक निजी गेस्ट हाउस में अमेरिकी महिला का शव मिलने से सनसनी मच गई है। पीछ्ले कई महीनों से तंत्र मंत्र की साधना में जुटी अमेरिकी महिला सिंथिया मिशेल शुक्रवार की सुबह दशाश्वमेध घाट स्थित एक गेस्ट हाउस में मृत मिली। अमेरिका के साउथ डेकोटा की 38 वर्षीया सिंथिया यहां मणिकर्णिका घाट पर रहकर तंत्र-मंत्र की विद्या सीख रही थी। पुलिस ने शव को बीएचयू मोर्चरी में रखवा दिया है। ने इसकी सूचना अमेरिकी एंबेसी को दे दी गई है। महिला के शरीर पर किसी भी तरह के कोई चोट के निशान भी नहीं मिले। फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है। मौके पर पहुंची अभिसूचना इकाई ने पूरा ब्योरा जुटाया। प्रशासन की ओर से अमेरिकी दूतावास को सूचना दे दी गई है। वहां से मिले निर्देश के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
अमेरिका कि रहने वाली सिंथिया मिशेल 15 नवंबर 2019 को वाराणसी आई थी। फिर तंत्र-मंत्र विद्या सीखने वाले अपने कुछ पहचान वाले अमेरिकियों के साथ मणिकर्णिका घाट के उस पार गंगा किनारे रेती पर रहने लगी। वहीं पर घाट किनारे तंत्र साधना करती थी। लॉकडाउन के दौरान सिंथिया समेत अन्य लोगों को रामनगर क्षेत्र के शेल्टर होम में रखा गया था।
तत्पश्चात जून में शेल्टर होम से दोबारा मणिकर्णिका घाट पर रहने लगी थी। जो हालही में पिछले महीने की 22 तारीख से पांडेय घाट स्थित गेस्ट हाउस में रहने लगी थी। यहां कमरा नंबर 101 में रह रही सिंथिया मिशेल शुक्रवार सुबह तक नहीं जगी तो गेस्ट हाउस के कर्मचारी पहुंचे, और दरवाजा खोला तो देखा वह मृत पड़ी थी।
जिसकी सूचना दशाश्वमेध पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर बीएचयू मोर्चरी भेजा। गेस्ट हाउस में रहने वाली इजराइल की एक अन्य महिला सिंथिया की दोस्त थी। इजराइली महिला ने बताया कि सिंथिया बीमार चल रही थी। जयपुर में एक डॉक्टर को भी दिखा रही थी। इधर, 15 दिन से तबीयत अधिक खराब थी। दशाश्वमेध इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि दूतावास के निर्देश पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
मां काली की उपासक थी सिंथिया मिशेल। तंत्र-मंत्र में विश्वास रखती थी। श्मशान घाट पर रात में जाकर घंटों साधना करती थी। घाट पर विदेशी मूल के अघोरियों का एक ग्रुप है, इससे वह जुड़ी थी। उन्हीं के साथ रहती थी। उसके कमरे से भी तांत्रिक छड़ी, माला, दुर्गाजी की मूर्ति, बैग आदि मिला है। बैग में कुछ रुपये भी मिले हैं। बतया गया है कि उसे नशे की लत थी। वह गांजा |Hashish| पीती थी। रामनगर स्थित शेल्टर होम में रहने के दौरान भी अक्सर नशे के लिए उसका पुलिसकर्मियों से झगड़ा होता रहता था।
गौरतबल है कि लॉकडाउन के दौरान ये महिला अपने बेटे और एक सहेली के साथ उस वक्त सुर्खियों में आई थी, जब ये अमावस्या की रात मणिकर्णिका घाट पर कोई पूजा करना चाहती थी। उस वक्त ये महिला रामनगर में नगर पालिका के एक गेस्ट हाउस में ठहराई गई थी। उस दौरान इसने पूजा करने की जिद को लेकर बेहद हंगामा किया और अनशन पर बैठ गई थी, लेकिन उस वक्त लॉकडाउन होने के कारण पुलिस ने इसको मणिकर्णिका घाट नहीं जाने दिया था।