लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की से कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में पूरे देश मे रोष जारी है। इस बीच अलीगढ़ जिले में दरिंदगी की शिकार हुई हाथरस निवासी छह साल की एक लड़की ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी ने मंगलवार को बताया कि हाथरस जिले के सादाबाद थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी छह वर्षीय लड़की गत 17 सितंबर को अलीगढ़ के इगलास थाना क्षेत्र स्थित एक गांव के मकान से बरामद की गई थी।
उन्होंने बताया कि एक सामाजिक संगठन की शिकायत पर पुलिस ने उस मकान पर छापा मारा था। वह मकान उस लड़की के एक रिश्तेदार का है। लड़की को गंभीर हालत में अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां चार दिन तक उसका इलाज हुआ था। उसके बाद हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था जहां सोमवार को उसकी मौत हो गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गत 21 सितंबर को लड़की के परिवारवालों ने पुलिस से शिकायत की थी कि उनकी बेटी को उनके रिश्तेदार ने जबरन अपने घर में बंद कर रखा है। इस शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मकान पर छापा मारा था और उस परिवार के 15 वर्षीय एक लड़के को पकड़ा जो बच्ची का मौसेरा भाई है। लड़के ने उस बच्ची के साथ बलात्कार का जुर्म स्वीकार किया था।
उन्होंने बताया कि आरोपी लड़के की मां एवं हैवानियत की शिकार हुई लड़की की मौसी भी इस वारदात में शामिल थी। वह फिलहाल फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में इगलास के थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है और सह-आरोपी महिला की तलाश के लिए पुलिस की दो टीम गठित की गई हैं।
इसके पूर्व, पीड़ित परिवार के लोगों ने बच्ची का शव दिल्ली से लाकर हाथरस में मुख्य मार्ग पर रखकर आज पुलिस की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर परिजन शव का अंतिम संस्कार करने पर सहमत हो गए।