नई दिल्ली। एजेंसी। स्वामी बाबा रामदेव की पहचान योग गुरु के साथ ही एक सफल उद्यमी के तौर पर भी बन गई है। उनकी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने नामी एफएमसीजी |FMCG| कंपनियों की नाक में दम कर रखा है। पतंजलि आयुर्वेद का सालाना टर्नओवर करीब 10 हजार करोड़ का है। भारत की इस विशाल कंपनी में सिर्फ बाबा रामदेव ही नहीं उनके परिवार के और भी सदस्य शामिल हैं।
जानिये किस सदस्य के पास है कौन सी जिम्मेदारी॥
बाबा रामदेव के छोटे भाई का नाम राम भरत है। राम भरत पतंजलि ग्रुप की कंपनी रुचि सोया के एमडी हैं। इसके साथ ही वह पतंजलि की आधा दर्जन से ज्यादा कंपनियों में भी डायरेक्टर हैं। बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि की 6 प्रमोटर कंपनियों में से तीन में राम भरत की बड़ी हिस्सेदारी है। राम भरत की पत्नी स्नेह लता भी पतंजलि से जुड़ी हैं। पतंजलि की लॉजिस्टिक्स यूनिट पतंजलि परिवहन प्राइवेट लिमिटेड में राम भरत की पत्नी स्नेहलता कंपनी के डायरेक्टरों में से एक हैं।

रामदेव के पिता रामनिवास यादव के पास पतंजलि आयुर्वेद में कोई आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं है। लेकिन, उन्हेें पतंजलि आयुर्वेद के खेतों का कामकाज देखते हुए देखा जा सकता है।

बाबा रामदेव की छोटी बहन ऋतंभरा भी पंतजलि से जुड़ी कुछ कंपनियों में निदेशक हैं। वही ऋतंभरा के पति यशदेव शास्त्री भी पतंजलि ग्रुप की दो कंपनियों में निदेशक बताए जाते हैं। राजस्थान के अलवर मेें उनकी फर्म ऋतंभरा फूड्स है, जो पतंजलि को सरसों के बीज की भी सप्लाई करते रही है।

बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि ग्रुप के एक पूर्व सीनियर अधिकारी ने कहा कि राम भरत दिन में कई मीटिंगों का हिस्सा होते हैं। यहां तक कि बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण दोनों मिलकर जितनी मीटिंग्स में शामिल होते हैं, उससे ज्यादा बैठकों का हिस्सा राम भरत होते हैं। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की तरह ही राम भरत ने भी बिजनेस की कोई औपचारिक ट्रेनिंग नहीं ली है।
हालांकि उनके करीबी कहते हैं कि वह चीजों को बेहद आसानी से समझ लेते हैं और पूरे गेमप्लान को लागू करने में अहम भूमिका अदा करते हैं। कंपनी के इनसाइडर्स के मुताबिक रामदेव और बालकृष्ण गेम प्लान तैयार करते हैं, लेकिन उसे लागू करने का काम राम भरत करते हैं। किसी भी रणनीति के हिसाब से दैनिक कामकाज में बदलाव और क्वॉलिटी मेंटेनेंस के काम को राम भरत ही देखते हैं।