वाराणसी। देश अभी कोरोना संकट जैसी महामारी से जूझ ही रहा था कि अब कई राज्यों में एक नए खतरे ने जन्म ले लिया है। मध्य प्रदेश, केरल समेत कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है। अचानक इन राज्यों में पक्षियों की मौत हुई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। बर्ड फ्लू का सबसे अधिक असर मध्य प्रदेश में दिख रहा है, यही कारण है कि राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में अधिक सतर्कता बढ़ा दी है। पहले इंदौर में कौवों की मौत के बाद हलचल मची, तो अब मंदसौर में भी ऐसे ही मामले सामने आए हैं। मंदसौर, आगर मालवा इलाके में मृत कौवों में |H5N8| वायरस की पुष्टि हो गई है। आंकड़ों की मानें, तो 23 दिसंबर से अबतक राज्य में 400 से अधिक ऐसी पक्षियों की मौत हो चुकी है। प्रभावित इलाकों में लोगों की जांच राज्य सरकार ने करीब दस जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही जहां सबसे अधिक खतरा है वहां की स्पेशल तैयारी है। इंदौर, मंदसौर, मालवा के जिस इलाके में मृत कौवों में फ्लू के लक्षण मिले हैं, उसके एक किमी. के दायर में अब लोगों की भी जांच की जाएगी।
राज्य सरकार ने इन इलाकों में स्वास्थ्य टीम को रवाना किया है, जहां लोगों की जांच हो रही है। खांसी, जुकाम जैसी बीमारी होने पर कोरोना टेस्ट तक किया जा रहा है। अभी तो सिर्फ पक्षियों में फ्लू फैला है, ऐसे में ये इंसानों में तबाही मचाना शुरू करे उससे पहले ही सरकार सभी तैयारी करना चाहती है।
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश के इंदौर, मंदसौर, आगर मालवा के अलावा उज्जैन, सिहोर, देवास, गुना, शाजापुर, खरगौन और नीमच में अलर्ट जारी किया गया है. यहां से कुछ सैंपलों को जांच के लिए भी भेजा गया है। हालांकि, अलर्ट के बीच सरकार ने कहा है कि अगर कोई सही से पका हुआ मीट खाना चाहता है तो उसे दिक्कत नहीं है।
मध्य प्रदेश के अलावा इन राज्यों में अलर्ट सिर्फ मध्य प्रदेश में ही बर्ड फ्लू का असर नहीं दिखा है, बल्कि देश में ऐसे दस राज्य हैं जहां अलर्ट जारी कर दिया गया है। मध्य प्रदेश, केरल, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में अबतक बर्ड फ्लू से संबंधित मामले सामने आ चुके हैं। केरल में तो बड़े स्तर पर कौवों, मुर्गियों को मारना भी शुरू हो गया है।
उत्तर प्रदेश में भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग को किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
इसे देखते हुए प्रधनमंत्री के संसदीय छेत्र वाराणसी मे भी वन विभाग और पशुपालन विभाग चौकन्ना हो गया है। साथ ही सारनाथ स्थित चिड़ियाघर में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। हालांकि अभी उत्तर प्रदेश में एक भी मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके पशुपालन विभाग और वन विभाग ने चौकसी बढ़ा दी है। प्रभागीय वनाधिकारी महावीर कौजलगी ने बताया कि पूरे जनपद में पक्षियों के मरने की घटनाओं पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा चिड़ियाघर में भी सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। फिलहाल अभी तक किसी पक्षी के मरने की कोई सूचना नहीं मिली है।
उधर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि जिले के तमाम मुर्गी पालकों को सर्विलांस पर रखा गया है। मुर्गियों के मरने पर उनका पोस्टमार्टम भी किया जा रहा। हालांकि अभी बर्ड फ्लू जैसे कोई संकेत सामने नहीं आए हैं। जिलेभर में पशु चिकित्सक समय-समय पर जांच भी कर रहे हैं।
क्या है बर्ड फ्लू॥
एवियन इन्फ्लूएंजा |H5, N1| वायरस को बर्ड फ्लू भी कहते हैं। इसका संक्रमण पक्षियों के साथ ही इंसानों को प्रभावित करता है। मुर्गा, बत्तख आदि पक्षियों में इसकी संभावना अधिक रहती है। समय से ध्यान न देने पर मौत भी हो सकती है।
बर्ड फ्लू के लक्षण॥
• बुखार
• हमेशा कफ रहना
• नाक बहना
• सिर में दर्द
• गले में सूजन
• मांसपेशियों में दर्द
• दस्त होना
• हर वक्त उल्टी आने जैसा महसूस होना
• पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना
• सांस लेने में समस्या, सांस न आना, निमोनिया होना
• आंखों में कंजक्टिवाइटिस का संक्रमण
ये बरते सावधानियां॥
• मरे हुए पक्षियों से दूर रहें।
• अगर किसी पक्षी की मौत होती है तो इसकी सूचना विभाग को दें।
• बर्ड फ्लू वाले एरिया में नॉनवेज न खरीदें और न ही खाएं।
• घर से बाहर मॉस्क पहनकर बाहर निकलें।