नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान खादी ग्राम उद्योग द्वारा गाय के गोबर से बना प्राकृतिक ‘वैदिक पेंट’ लॉन्च कर दिया। उन्होंने कहा कि इस पेंट की कीमत बाजार में उपलब्ध अन्य पेंट से आधी है। इसकी 2-3 हजार फैक्ट्री देश में खुलें, हर गौशाला पेंट बनाए।
पेंट लॉन्च के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिकोण से जुड़ा हुआ है। साथ ही इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को काफी हद तक बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, जिससे शहरों से ग्रामीण क्षेत्रों में रिवर्स माइग्रेशन शुरू हो। पेंट की कीमत पर केंद्रीय मंत्री ने कहा- इसके डिस्टेंपर पेंट की कीमत 120 रुपए प्रति लीटर जबकि इमल्शन पेंट 225 रुपए प्रति लीटर है। पेंट की ये कीमत बड़ी कंपियों के पेंट से आधे से भी कम है। पेंट की पैकिंग 2 लीटर से लेकर 30 लीटर तक तैयार की जाएगी।

वहीं खादी ग्राम उद्योग इंडिया का दावा है की पेंट सिर्फ चार घंटे में सूख जाएगा। इसमें जरुरत के हिसाब से रंग भी मिलाया जा सकता है। खास बात है कि पेंट में हैवी मेटल जैसे क्रोमियम, लेड, पारा, आर्सेनिक कार्डियम नहीं है। ग्राम उद्योग के अनुसार वैदिक पेंट अष्ठ लाभ वाला है। इसका मतलब पेंट के आठ फायदे। पेंट ओडर्लेस, हैवी मेटल फ्री, नेचुरल इंसुलेटर, पेंट इको फ्रेंडली, नॉन टॉक्सिक, एंटी बैक्टेरियल, एंटी फंगल और कॉस्ट इफेक्टिव है।

केंद्रीय मंत्री के मुताबिक- केंद्र सरकार का मकसद है इस टेक्नोलॉजी को लोगों को सिखाना भी है ताकि और लोग इसे आगे ले जाएं। ऐसा होने पर आगे चल कर ये 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की इंडस्ट्री होगी। बता दें कि पेंट की टेस्टिंग देश की तीन बड़ी लैब नेशनल टेस्ट हाउस मुंबई, श्री राम इंस्टि्टयूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च और दिल्ली में की गई है।
उल्लेखनीय है कि पेंट की बिक्री खादी और ग्रामोद्योग आयोग की मदद से की जाएगी। सरकार के अनुमान के हिसाब से यह किसानों या गौशालाओं को प्रत्येक वर्ष प्रति पशु पर 30,000 रुपए की अतिरिक्त आय देगा।