नई दिल्ली। भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय का आज 156वां जन्मदिन है। लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 को पंजाब के मोगा जिले के ढुडीके में हुआ था। और आज ही के दिन 1865 में पंजाब में जन्में लाला लाजपत राय को ‘‘पंजाब केसरी’’ और ‘‘पंजाब के शेर’’ की उपाधि मिली थी। वहीं 17 नवंबर 1928 को दिल का दौरा पड़ने से लाला लाजपत राय का निधन हो गया था। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के कई दिग्गज नेताओं ने लाल लाजपत राय को ट्वीट कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महान स्वतंत्रता सेनानी पंजाब केसरी लाला लाजपत राय को उनकी जन्म-जयंती पर कोटि-कोटि नमन।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ”पंजाब केसरी लाला लाजपत राय की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें स्मरण एवं नमन करता हूं। भारतीय स्वाधीनता संग्राम के दौरान उन्होंने देशवासियों के भीतर राष्ट्रप्रेम की भावना भरने और युवाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया। उनका योगदान देश की भावी पीढ़ियों को भी प्रेरणा देता रहेगा।”
गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया, ”पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी माँ भारती के ऐसे वीर सपूत थे जिन्होंने अंग्रेजों की क्रूरता और अत्याचारों को सहते हुए जन-जन में स्वाधीनता की अलख जगाने का काम किया। देश की आजादी के लिए लाला जी का बलिदान व अप्रतिम संघर्ष आज भी देशवासियों में राष्ट्रभक्ति व प्रेरणा का संचार करता है।”
वहीं उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी स्वतंत्रता सेनानी लाल लाजपत राय को श्रद्धांजलि दी है। पराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा, ” प्रखर स्वाधीनता सेनानी, राष्ट्रवादी, शिक्षाविद्, पंजाब केसरी लाला लाजपत राय जी की जन्म जयंती पर उनकी पुण्य स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं। अपने ओजस्वी भाषणों और लेखों से लाला जी से क्रान्तिकारियों की एक पीढ़ी को स्वाधीनता के लिए जागृत किया।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा,”लाला लाजपत राय जी ने स्वदेशी अर्थव्यवस्था की स्थापना के लिए पंजाब नेशनल बैंक तथा स्वदेशी पूंजी से बीमा कंपनी की स्थापना में योगदान किया।स्वदेशी शिक्षा प्रसार के लिए डीएवी विद्यालयों की स्थापना में सहयोग किया।साइमन कमीशन के विरुद्ध लाला जी के विरोध ने स्थानीय जनता को प्रेरित किया।”