प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के बसवार गांव पहुंची कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी को मछुआरा समाज की महिलाओं ने रो-रोकर अपनी दास्तां सुनाई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने घर में घुसकर औरतों और बच्चों को भी बेरहमी से पीटा। घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। पुलिसिया उत्पीड़न के शिकार हुए घूरपुर के बसवार गांव के मछुआरों का दर्द प्रियंका गांधी ने सुना।

प्रियंका गांधी ने पीड़ित मछुआरों के घर पहुंचकर उनका हालचाल जाना। प्रशासन के द्वारा की गई ज्यादती के बारे में लोगों से पूछा तो महिलाएं फफक पड़ीं। मछुआरों ने पुलिस के द्वारा तोड़े गए उनके नावों को भी कांग्रेस महासचिव को दिखाया। प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधायक अराधना मोना आदि मौजूद हैं।

कांग्रेस महासचिव ने पुलिस के बर्रबरता की निंदा करते हुए कहा कि सरकार नाविकों को मुआवजा दे। उन्होंने मछुआरों को आश्वासन दिया कि वह और कांग्रेस पार्टी हमेशा उनके साथ खड़ी हैं साथ ही उनकी लड़ाई लड़ेंगे। करीब एक घंटे के दौरे के बाद प्रियंका वापस लौट गईं। प्रियंका गांधी ने मछुआरों के साथ जमीन पर ही बैठकर उनकी बात सुनी।

वही परिजनों ने बताया कि पुलिस ने घर में घुसकर पुरुषों ही नहीं बल्कि महिलाओं की बर्बरतापूर्वक पिटाई की। घरों में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। नावों को तोड़ दिया गया है। इससे उनकी जीविका पर संकट आ गया है।

प्रियंका गांधी ने बसवार घाट पर पहुंचकर पुलिस के द्वारा तोड़ी गई नावों को देखा। उन्होंने पीड़ित परिवार की कई बच्चियों से बातचीत कर उनका नाम और पढ़ाई आदि के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उनके साथ फोटो खींचवाने और उनसे मिलने के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा गया।

प्रियंका गांधी ने चौपाल पर मछुआरों से बातचीत और उनका दर्द जानने के बाद आश्वासन दिया कि वह और कांग्रेस पार्टी उनके हर सुख दुख में उनके साथ है। कांग्रेस मछुआरों की लड़ाई लड़ेगी और उनको न्याय दिलाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस कार्रवाई की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।