कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम में चोटिल होने के मामले में, पुलिस ने किसी भी तरह के हमलों से इनकार किया है। खबरों के अनुसार पुलिस के प्रारंभिक जांच में जो बात सामने आयी है उसके अनुसार यह हादसा भीड़ की वजह से हुआ है। हालांकि अभी इस मामले में अंतिम रिपोर्ट सामने नहीं आयी है। मामले में पुलिस की जांच अभी जारी है।
गौरतलब है कि टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘चार-पांच लोगों’ द्वारा धक्का दिए जाने के कारण उनके एक पैर में चोट लगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से दावे किए गए थे कि चोट लगने की वजह से उनके पैर मे सूजन आ गयी और उन्हें बुखार जैसा लग रहा है। घटना के बाद से बंगाल से लेकर दिल्ली तक पक्ष और विपक्ष की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था।
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार सुबह ममता बनर्जी की एक तस्वीर ट्वीट कर लिखा था कि भाजपा तैयार रहो रविवार, 2 मई को बंगाल के लोगों की ताकत को देखने के लिए। बंगाल सरकार में मंत्री पार्था चटर्जी ने घटना के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार बताया था।
”निक्कर’ में ट्रेनिंग लेने वालों ने दिया घटना को अंजाम’॥
टीएमसी नेता मदन मित्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह अच्छी तरह से प्रशिक्षित लोगों द्वारा अंजाम दिया गया। जो ‘निक्कर’ में प्रशिक्षण लेते हैं, उन्होंने ऐसा किया है। उन्होंने कहा कि अगर यही घटना किसी अन्य राज्य में हुई होती मान लीजिए गुजरात, तो एक और गोधरा बन जाता।
मदन मित्रा ने कहा कि पुलिस मेरी बात नहीं सुन रही है। बंगाल में गुंडागर्दी चल रही है और जनता को पता है कि ये सब कौन कर रहा है। साथ ही उन्होंने प्रदेश के नए डीजीपी को बदलने की भी मांग की।