वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी मे बिजली विभाग के अनुसार एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) में पंजीकरण कराने के बाद 17 हजार उपभोक्ताओं ने बिल के दूसरे किस्त का भुगतान नहीं किया है। ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ अब बिजली विभाग कोरोना महामारी का कहर कम होने के बाद करवाई करने की योजना बना रहा है। बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जैसे ही कोरोना का कहर कम होगा
सबसे पहले इन उपभोक्ताओं की काटी जाएगी बिजली॥
इन 17 हजार उपभोक्ताओं में 10 हजार उपभोक्ता सर्किल प्रथम में हैं तो 7 हजार उपभोक्ता सर्किल द्वितीय में हैं। विभाग ऐसे उपभोक्ताओं का पंजीकरण शुल्क जब्त करेगा और बिल के सरचार्ज में मिली छूट को रद करके पुनः बिल में जोड़ने की करवाई करेगा। सरकार की ओर से बड़े बकायेदारों के लिए ओटीएस योजना लाई गई थी। जिसमें पंजीकरण कराने की अंतिम तिथि 15 अप्रैल थी।
ऐसे मिलना था योजना का लाभ॥
ओटीएस योजना में लाभार्थियों को सबसे पहले पंजीकरण करवाना था। जिसका शुल्क विभाग ने दो हजार रुपये निर्धारित किया था। बिल संशोधन के बाद लाभार्थियों को अंतिम बिल का 30 फीसदी भुगतान तुरंत करना था। शेष 70 फीसदी का भुगतान 15 अप्रैल तक कर देना था। बनारस में कुल 41 हजार उपभोक्ताओं ने इस योजना में पंजीकरण कराया था। जिसमें 24 हजार उपभोक्ताओं ने अपने बिल के दोनों किस्तों का भुगतान करके योजना का लाभ लिया। शेष 17 हजार उपभोक्ताओं ने पंजीकरण शुल्क और प्रथम किस्त का भुगतान किया लेकिन दूसरे किस्त का भुगतान नहीं किया। अब ऐसे उपभोक्ताओं पर कार्रवाई होनी है।
पांच हजार चेक हुए बाउंस॥
विभागीय सूत्रों के अनुसार 17 हजार उपभोक्ताओं में कुछ ऐसे भी उपभोक्ता हैं जिन्होंने दूसरे किस्त का भुगतान 15 अप्रैल को चेक से किया था। खाते में पर्याप्त राशि नहीं होने के कारण लगभग पांच हजार उपभोक्ताओं के चेक बैंकों ने बाउंस कर दिया है। विभाग ऐसे उपभोक्ताओं की सूची बनाकर चेक बाउंस का चार्ज भी वसूलेगा।