वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिन रविवार को ही वाराणसी का दौरा किया, इस दौरान उन्होने कोरोना से लड़ाई के लिए हो रही व्यवस्था की प्रगति जानने के साथ ही समीक्षा की। विशेषतौर वैक्सीनेशन में लापरवाही नहीं बरतने और तीसरी वेब को लेकर भी अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा। बावजूद इसके सोमवार को ही यह अलर्टनेस नहीं दिखाई दी। कम से कम जिला अस्पताल सटे ईएसआईसी अस्पताल पर तो नहीं दिखी।
यहां रजिस्ट्रेशन कराने के बाद स्लाट मिलने पर भी लोगों का टीकारण नहीं हो सका। इससे लोगों में आक्रोश नजर आया। लोग सुबह से ही अस्पताल पर पहुंचकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। दोपहर करीब एक बजे के बाद उन्हें पता चला कि वैक्सीन खत्म हो गई है।
लोगों ने वैक्सीन नहीं लगने पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि रजिस्ट्रेशन होने के बाद मुश्किल से स्लाट मिल रहा है। अब स्लाट मिला और वैक्सीन लगवाने यहां पहुंचे तो सुबह से खड़े रहने के बाद वैक्सीन खत्म होने की बात कही जा रही है। अगर वैक्सीन की कमी थी तो स्लाट क्यों दिया गया। आखिर बिना वैक्सीन ही रजिस्ट्रेशन क्यों हो रहा है। अधिकारियों को अपने पास मौजूद वैक्सीन की संख्या के बारे में भी जानकारी नहीं है। कई लोग इस बात को लेकर परेशान थे कि अगली बार स्लाट पता नहीं कब मिल पाएगा। उन्हें सही जानकारी देने वाला कोई जिम्मेदार नहीं था।
6 दिन बाद भी पत्रकारों के लिए नहीं बना वैक्सिनेशन सेंटर॥
यूपी में लगातार बढ़ते कोरोना मामलो के बीच सीएम योगी ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पत्रकारों और उनके परिवार के लिए अलग वैक्सिनेशन सेंटर बनाए जाने के निर्देश दिए थे। सीएम योगी के निर्देश के 6 दिन बाद भी वाराणसी में पत्रकारों के लिए अलग वैक्सिनेशन सेंटर नहीं बन सका।
पूछे जाने पर वाराणसी के सीएमओ डॉ. वी बी सिंह ने बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई भी आधिकारिक आदेश शासन की तरफ से नहीं आया है। डीएम कौशल राज शर्मा ने भी ऐसे किसी भी ऑफिशल सरकारी आदेश न होने की बात कही हैं।
बता दें कि, प्रदेश सरकार ने 4 मई को कहा था कि वह कामकाजी (वर्किंग) पत्रकारों और उनके परिवारों के मुफ्त टीकाकरण के लिए विशेष केंद्र स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को पत्रकारों और उनके परिवारों के टीकाकरण के लिए अलग से एक केंद्र आवंटित करने का निर्देश दिया था। टीका 18 वर्ष से अधिक आयु के पत्रकारों व उनके परिवार के सदस्यों को लगाया जाएगा।
सीएम ने यह भी निर्देश दिया था कि टीकाकरण में मीडियाकर्मियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होने कहा था कि पत्रकारों के लिऐ अलग केंद्र आवंटित किए जाएं और यदि आवश्यक हो, तो टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों को उनके कार्यस्थलों पर जाना चाहिए।