हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की नई खेप लाने निकला ड्राइवर रास्ता भटक गया। ऐसे में समय पर ऑक्सीजन नहीं पहुंची जिससे सात मरीजों की मौत हो गई है। दरअसल, ये घटना हैदराबाद के सरकारी अस्पताल किंग कोटी की है जहां 9 मई को मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। ऐसे में मेडिकल ऑक्सीजन की नई खेप लेकर निकला टैंकर रास्ता भटक गया। ड्राइवर सही समय पर ऑक्सीजन लेकर अस्पताल नहीं पहुंच सका और देखते ही देखते सात मरीजों की मौत हो गई।
बताया गया है, इस अस्पताल में ऑक्सजन की किल्लत थी। ऑक्सीजन की नई खेप लेकर एक टैंकर अस्पताल आ रहा था, लेकिन टैंकर का ड्राइवर रास्ता भटक गया। वो सही समय पर ऑक्सीजन लेकर अस्पताल नहीं पहुंच सका।
इधर अस्पताल में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। लोग ड्राइवर का इंतजार कर रहे थे। धीरे-धीरे आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई का प्रेशर कम होने लगा। मरीजों की सांसें उखड़ने लगी। थोड़ी ही देर में ऑक्सीजन का सप्लाई लेवल खतरे से नीचे चला गया। देखते ही देखते रविवार को इस अस्पताल में 7 मरीजों की मौत हो गई।
रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल के ऑक्सीजन टैंक में दोपहर से ही ऑक्सीजन का प्रेशर कम दिखा रहा था। अस्पताल के अधिकारियों ने तुरंत टैंक को भरने का निर्देश दिया। लेकिन ऑक्सीजन को लेकर आ रहा टैंकर ड्राइवर रास्ता भटक गया।
वही हैदराबाद के नायारणगुड़ा पुलिस ने काफी मेहनत के बाद टैंकर को खोज निकाला, लेकिन जबतक टैंकर ऑक्सीजन लेकर अस्पताल पहुंचता तबतक देर हो चुकी थी और 7 मरीजों की मौत हो चुकी थी। इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन चुप है। इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि ऑक्सीजन लेकर आ रहे टैंकर को ग्रीन कॉरिडोर क्यों नहीं मुहैया कराया गया।
वहीं अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी से किसी तरह की मौतों से इनकार किया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उसके पास 13 किलोलीटर ऑक्सीजन का टैंक है और बैकअप है।