कोलकाता। फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन लोगों को ठगने और अपहरण के मामले में कोलकाता पुलिस रिपब्लिक बांग्ला के एक रिपोर्टर की तलाश कर रही है। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी पर फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन फिरौती के लिए अपहरण करने के आरोप हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक “तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें और भी शामिल हैं।” अधिकारी ने बताया कि वे सेनगुप्ता को गिरफ्तार करने के लिए कई जगहों पर रेड मार रहे हैं। यह मामला सामने आने के बाद टीवी चैनल ने बुधवार को प्रेेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वह पहले ही उक्त पत्रकार को चैनल से बर्खास्त कर चुका है। रिपब्लिक बांग्ला ने अपने बयान में कहा कि सेनगुप्ता उनका परमानेंट कर्मचारी नहीं है और उसे 25 मई को निलंबित कर दिया गया था
रिपब्लिक ने अपने स्टेटमेंट में कहा “निलंबन के संबंध में अविषेक सेनगुप्ता को एक औपचारिक ईमेल भेज दिया गया है। कई बार संपर्क के बाद भी सेनगुप्ता से बात नहीं हो पाई है और हमें उनके ठिकाने की जानकारी नहीं है।

बता दें कि, 24 मई को कोलकाता के बोसपुकुर में रहने वाले स्विटी नाथ रॉय ने पुलिस से शिकायत की कि उनके पति अजीत रॉय को कुछ लोगों ने उठा लिया है। वे लोग सीबीआई अधिकारी होने का दावा कर रहे थे और बाद में उन्हें 2 करोड़ रुपये की फिरौती का कॉल आया है। जिसे मोलभाव के बाद 15 लाख रुपये कर दिया गया।
स्विटी नाथ रॉय ने उन्हें पैसे दे दिये और पति के छूट जाने के बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने स्वरूप रॉय, प्रतीक सरकार और राजेश अधिकारी (कथित रूप से उस वाहन का चालक थे जिसमें अजीत का अपहरण किया गया था) को गिरफ्तार किया है और आईपीसी की धारा 170, 364 ए, 386, 120 बी और 34 के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं सेनगुप्ता का नाम कथित तौर पर जांच के दौरान सामने आया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।