नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 45,951 नए मामले सामने आने से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 3,03,62,848 पर पहुंच गई जबकि एक दिन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या लगातार तीसरे दिन 1,000 से कम रही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 817 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,98,454 हो गयी है। एक दिन में कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले लोगों की यह संख्या 81 दिनों में सबसे कम है। सुबह सात बजे तक प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 33.28 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं।
सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 5,37,064 हो गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.77 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से उबरने की दर 96.92 प्रतिशत है।
मंगलवार तक कोविड-19 के लिए 19,60,757 नमूनों की जांच की गयी और इसी के साथ अब तक की गई नमूनों की जांच की संख्या 41,01,00,044 हो गयी है जबकि दैनिक संक्रमण दर 2.34 प्रतिशत दर्ज की गई। मंत्रालय ने बताया कि लगातार 23 दिनों से यह दर पांच प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर भी कम होकर 2.69 प्रतिशत हो गयी है।
आंकड़ों के अनुसार, स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या लगातार 48वें दिन संक्रमण के नए मामलों से अधिक है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 2,94,27,330 हो गयी है और मृत्यु दर 1.31 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
पिछले 24 घंटों में जिन 817 लोगों की मौत हुई है उनमें से 231 की महाराष्ट्र, 118 की तमिलनाडु और 104 लोगों की मौत कर्नाटक में हुई है। इस महामारी से देश में अभी तक कुल 3,98,454 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें से 1,21,804 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 34,929 की कर्नाटक में, 32,506 की तमिलनाडु में, 24,971 की दिल्ली में, 22,577 की उत्तर प्रदेश में, 17,679 की पश्चिम बंगाल में और 16,033 लोगों की मौत पंजाब में हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।