गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद स्थित उदंती सीता नगर टाइगर रिजर्व और उड़ीसा के कालाहांडी की सीमा पर सक्रिय वन्य प्राणियों के बड़े शिकारी गिरोह के 8 आरोपियों से एक बाघ और चार तेंदुओं की खाल समेत बाघ के 2 नाखून और तेंदुए की 1 दांत जब्त किया गया है।
बता दें कि, वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) जबलपुर, वन विभाग उड़ीसा और छत्तीसगढ़ वन विभाग की 15 सदस्यीय टीम ने 9 जुलाई को 24 घंटे से ज्यादा समय तक शिकारियों को पकड़ने का अभियान चलाया था।
छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमा पर था सक्रिय॥
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शिकारियों का ये गिरोह छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमा पर सक्रिय था। बाघ और तेंदुआ की खाल नेपाल और वर्मा के रास्ते चीन भेजने की तैयारी चल रही थी। एजेंट से बातचीत की जानकारी वन विभाग तक पहुंची और शिकारियों को पकडऩे का अभियान चलाया गया।
ऐसे गिरफ्त में आए आरोपी॥
तस्करों को पकड़ने के लिए (WCCB) मध्य क्षेत्र जबलपुर की टीम के साथ कालाहांडी उड़ीसा और उदंती सीता नगर टाइगर रिजर्व गरियाबंद छत्तीसगढ़ की विशेष टीम ने पहले रायपुर में पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी के साथ मीटिंग की। वहां से पीसीसीएफ उड़ीसा से चर्चा के बाद आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई। उदंती सीता नगर टाइगर रिजर्व छत्तीसगढ़ के डीएफओ आयुष जैन के निर्देशन पर रेंजर योगेश कुमार रात्रे की अगुवाई में शिकारियों को पकडऩे का अभियान चलाया गया।
टीम ने पहले रामपुर उड़ीसा में छापामार कार्रवाई की। यहां दो तेंदुआ खाल और एक बाघ की खाल सहित बाघ के एक नाखून और तेंदुआ के एक दांत के साथ चार शिकारियों को गिरफ्तार किया। इनसे मिले इनपुट के बाद जुनागढ़ उड़ीसा में दूसरी छापामार कार्रवाई की गई। यहां 2 आरोपियों से तेंदुआ की दो खाल और बाघ का एक दांत जब्त किया गया। फिलहाल सभी 8 शिकारी आरोपियों से उड़ीसा के रामपुर और जुनागढ़ रेंज ऑफिस में पूछताछ चल रही है। 11 जुलाई को इन्हे कालाहांडी उड़ीसा न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एक साल के दौरान ,किया शिकार॥
संयुक्त टीम में शामिल अधिकारियों के अनुसार शिकारियों के इस गिरोह ने एक साल के दौरान छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की सीमा के वनक्षेत्र में इन वन्यप्राणियों का शिकार किया है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों के नाम और जानकारी सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। नेटवर्क में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।