बेंगलुरु। कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के तौर पर बसवराज बोम्मई ने शपथ ले ली है। वह पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की जगह लेंगे। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने राजभवन में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद पीएम मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को पार्टी में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को भी बधाई दी।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “हमारी पार्टी और कर्नाटक के विकास के लिए येदियुरप्पा जी के महान योगदान के लिए कोई भी शब्द कभी न्याय नहीं करेगा। दशकों तक, उन्होंने कड़ी मेहनत की, कर्नाटक के सभी हिस्सों में यात्रा की और लोगों के साथ तालमेल बिठाया। उन्हें समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए सराहा जाता है।”

वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बोम्मई जी को बधाई और शुभकामनाएं। मुझे यकीन है कि पीएम नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में, वह गरीबों और किसानों की सेवा करने के बीजेपी के संकल्प को और बढ़ावा देंगे। येदियुरप्पा जी ने पूरी निष्ठा के साथ पार्टी और कर्नाटक के लोगों की सेवा की है। कर्नाटक में जमीनी स्तर पर भाजपा को मजबूत करने के लिए उनका योगदान और कड़ी मेहनत वास्तव में प्रेरणादायक है। मुझे यकीन है कि वह पार्टी और सरकार का मार्गदर्शन करते रहेंगे।”

वही शपथ लेने से पहले बसवराज ने कहा कि उन्हें येदियुरप्पा के लंबे अनुभव का फायदा मिलेगा। यही नहीं शपथ लेने के बाद बोम्मई ने येदियुरप्पा के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। दो दिन पहले ही बीजेपी की स्टेट यूनिट और सरकार में खींचतना के बीच बीएस येदियुरप्पा ने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उनके इस्तीफे की एक वजह बढ़ती उम्र भी बताई जा रही है।
बीएस येदियुरप्पा के करीबी कहे जाने वाले बोम्मई को सीएम बनाकर बीजेपी ने पूर्व सीएम और लिंगायत समुदाय दोनों को ही साधने का प्रयास किया है। बोम्मई भी उसी लिंगायत समुदाय से आते हैं, जिससे येदियुरप्पा का ताल्लुक था।

बसवराज बोम्मई सीएम पद की शपथ लेने के लिए सुबह 10:30 बजे ही राजभवन पहुंच गए थे। इस दौरान उनके नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा भी साथ थे। इससे पहले उन्होंने केंद्रीय मंत्री और पर्यवेक्षक के तौर पर कर्नाटक पहुंचे धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की।
बोम्मई को मंगलवार शाम को बीजेपी हाईकमान की ओर से कर्नाटक का नया सीएम घोषित किया गया था। इससे पहले सोमवार को ही येदियुरप्पा ने पद से इस्तीफा दिया था, जिसे गवर्नर ने तत्काल स्वीकार कर लिया था। बोम्मई ने सीएम घोषित होने के बाद कहा कि वह राज्य में गरीबों के कल्याण के लिए काम करेंगे और जनहित की सरकार देंगे।
आपको बता दें कि बीएस येदियुरप्पा पिछले सोमवार को ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बोम्मई ने अकेले शपथ ली। इसका मतलब यह है कि मंत्रिमंडल विस्तार बाद में किया जाएगा। माना जा रहा है कि दो से तीन उपमुख्यमंत्री भी बनाए जा सकते हैं।
इन सब के बीच आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले वह बोम्मई ने अंजनेय मंदिर में जाकर पूजा की और भगवान का आशीर्वाद लिया। इसके साथ ही उन्होंने बीएस येदियुरप्पा का भी आशीर्वाद लिया। बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई नया नेता चुना गया था। इससे पहले भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने के तुरंत बाद बोम्मई कार्यवाहक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के साथ सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन गए।