वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जिलों में ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली मुनक्का की सप्लाई करने वाले पिता-पुत्र दो को चेतगंज पुलिस ने बुधवार रात पानदरीबा में छापा मारकर गिरफ्तार किया। चेतगंज पुलिस, आयुर्वेद चिकित्साधिकारी व आबकारी विभाग की संयुक्त टीम की कार्रवाई में 175 पैकेट नकली मुनक्का बरामद हुआ है। ब्रांडेड कंपनी के नाम पर नकली मुनक्का आयुर्वेदिक औषधि बेचने के आरोप में महमूरगंज निवासी परशुराम गुप्ता व शिवम गुप्ता को गिरफ्तार किया गया।
बिहार से आती थी नशे की नकली टिकिया: वाराणसी निवासी पिता-पुत्र ने बताया नकली मुनक्का की सप्लाई करते थे पूरे पूर्वांचल में, कौन लाता था यह नहीं उगलवा सकी पुलिस।
दरअसल चेतगंज पुलिस को सूचना मिली कि पानदरीबा मंडी के अंतर्गत पानदरीबा मंडी अध्यक्ष की दुकान के बगल में एक व्यक्ति अपनी दुकान में नकली श्रीभोला मुनक्का आयुर्वेदिक औषधि बेचता है। इस सूचना पर संयुक्त टीम बना कर दुकान पर छापा मारा गया। इस दौरान दुकान में मौजूद परशुराम गुप्ता व उसके पुत्र शिवम गुप्ता से पूछताछ की गई। श्रीभोला मुनक्का आयुर्वेदिक औषधि बोरे के अंदर से बरामद हुआ।
मौके पर मौजूद डॉ. अमरदीप गुप्ता व आबकारी विभाग के कर्मचारी द्वारा बोरे से श्रीभोला मुनक्का आयुर्वेदिक औषधि को निकालकर गिना गया तो कुल 175 पैकेट थे। पैकेटों को चिकित्साधिकारी आयुर्वेद डॉ. अमर दीप गुप्ता व आबकारी विभाग के महेंद्र कुमार ने देखकर बताया कि बरामद श्रीभोला मुनक्का आयुर्वेदिक औषधि संदिग्ध है, जिसे चिकित्साधिकारी द्वारा परीक्षण के लिए अपने कब्जे में ले लिया गया।
बताया जा रहा है कि तंबाकू सहित इसी तरह के अन्य उत्पादों की मंडी वाराणसी के पानदरीबा से पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों तक नकली श्री भोला मुनक्का की सप्लाई की जा रही थी। चेतगंज थाने की पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार पिता-पुत्र से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि पटना के कुछ लोग मंडी में भोला कंपनी के नाम के हूबहू नकली मुनक्का की खेप पहुंचाते थे। इसके बाद नकली मुनक्का को पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों के खरीदारों को थोक और फुटकर में बेचा जाता था।
हालांकि पानदरीबा मंडी तक नकली मुनक्का की खेप पहुंचाने वाले लोग कौन हैं और पटना में कहां रहते हैं, इस संबंध में पिता-पुत्र कोई जानकारी नहीं दे सकी। पुलिस दोनों को जेल भेजने के बाद उनके मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल कर नकली मुनक्का की सप्लाई करने वालों का पता लगाने में जुट गई है।
पुलिस द्वारा पूछताछ में पिता-पुत्र ने बताया कि नकली भोला मुनक्का उन्होंने मुनाफे के लिए बेचना शुरू किया था। इसमें सीधे-सीधे 50 प्रतिशत का उन्हें मुनाफा होता था। इसके अलावा नकली भोला मुनक्का नशा बहुत तेज करता है। इसलिए जो लोग इसे खाते हैं वह फिर इसके आदी हो जाते हैं और पान दुकानदारों से सिर्फ नकली भोला मुनक्का ही मांगते हैं। दोनों ने बताया कि पानदरीबा मंडी में उनके अलावा कोई अन्य नकली भोला मुनक्का नही बेंचता था। यह काम दोनों लगभग ढाई वर्ष से ज्यादा समय से करते चले आ रहे हैं और कभी पकड़े नहीं गए थे। ना जाने कैसे उनके धंधे का भंडाफोड़ हो गया और वह पकड़े गए।