वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में रहने वाले प्रतापगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी से 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। रंगदारी न देने पर बदमाश ने स्वास्थ्य कर्मी को बुरा परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी। स्वास्थ्य कर्मी की शिकायत के आधार पर बुधवार को चितईपुर थाने की पुलिस ने आरोपी भगवानपुर निवासी विवेक लूथरा को करौंदी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। विवेक के पास से .315 बोर का तमंचा और 2 कारतूस बरामद कर उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक़ पांडेयहवेली क्षेत्र के मूल निवासी रुद्रकांत भट्टाचार्य प्रतापगढ़ में स्वास्थ्य विभाग में कनिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात हैं। रुद्रकांत परिवार से अनबन के कारण इन दिनों आदित्य नगर में किराये पर कमरा लेकर रहते हैं। रुद्रकांत को किराये पर कमरा विवेक लूथरा ने ही दिलाया था। इसके बाद रुद्रकांत के कमरे पर विवेक आने-जाने लगा। इसके साथ ही रुद्रकांत और उनके परिवार के लोगों के बीच विवेक दूरी बढ़ाने लगा। उन्हें समझाने लगा कि परिवार के लोगों से दूर रहने में ही भलाई है। इसी बीच रुद्रकांत के सारे डॉक्यूमेंट्स विवेक ने धोखे से ले लिए। इसके बाद उन्हें कहने लगा कि चाहे बैंक से लोन लो या किसी से उधार लो, लेकिन 5 लाख रुपए तत्काल दो। विवेक की बात सुन कर रुद्रकांत ने उसे समझाने का प्रयास किया तो वह उनकी एक नहीं सुना। उल्टे रुद्रकांत को ही परिणाम भुगतने की धमकी देने लगा।
विवेक लूथरा की 5 लाख रुपए की मांग और धमकी से परेशान होकर रुद्रकांत बीती गत 26 अगस्त को चितईपुर थाने गए और तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराए। चितईपुर चौकी प्रभारी अर्जुन सिंह ने प्रकरण की जांच शुरू की। इसके बाद सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से विवेक का पता लगाना शुरू किए।
इस दौरान चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह को पता लगा कि विवेक करौंदी क्षेत्र में मौजूद है तो उन्होंने हेड कांस्टेबल अनिल सिंह और कांस्टेबल अरविंद साहनी के साथ घेरेबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में विवेक ने पुलिस को बताया कि रुद्रकांत अपने परिवार से अलग था। उसे लगा था कि वह रुद्रकांत से आसानी से 5 लाख रुपए ऐंठने में सफल हो जाएगा, इसी वजह से उससे पैसा देने को कहा था।