वाराणसी। आयरलैंड में भारत के नवनियुक्त राजदूत और BHU के पूर्व छात्र अखिलेश मिश्रा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) पहुंचे। इस दौरान सेंट्रल ऑफिस के सम्मेलन कक्ष में उन्होंने कहा कि यहां से उनकी तमाम अविस्मरणीय यादें जुड़ी हैं और यहां आना उनके लिए सुखद अनुभव देता है।
उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) एक ऐसा संस्थान है जिसके छात्रों, शिक्षकों और इससे जुड़े लोगों ने स्वतंत्रता से लेकर अब तक राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। यहां का सदस्य होना बड़े सौभाग्य की बात है।
उन्होंने बताया कि भारत और आयरलैंड के संबंध न सिर्फ काफी गहरे हैं बल्कि ऐतिहासिक महत्व भी रखते हैं। वह 1989 बैच के आइएफएस अधिकारी हैं और IIT-BHU से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक और एम.टेक की शिक्षा प्राप्त की है।
अखिलेश मिश्र ने कहा कि आयरलैंड एक ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित देश है और भारत का एक विशिष्ट साझेदार भी है। दोनों देशों के बीच संपर्क, साझेदारी और संवाद बढ़ने से भारतीय शैक्षणिक संस्थानों को लाभ हो सकता है। बीएचयू में न सिर्फ विश्व स्तरीय शोध और अनुसंधान होते हैं, बल्कि प्राचीन और आधुनिक ज्ञान का अनूठा समागम भी है। उन्होंने विश्वविद्यालय के उन क्षेत्रों को चिन्हित करने पर ज़ोर दिया जिनके माध्यम से विश्वविद्यालय को वैश्विक फलक पर ले जाने में मदद मिले।
इसका लाभ न सिर्फ विश्वविद्यालय को मिलेगा अपितु अंतरराष्ट्रीय संस्थानों व उनके छात्रों को भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि बीएचयू विश्व का एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय हैं, जहां इतनी बड़ी संख्या में विविध पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है। स्वागत कार्यवाहक कुलपति प्रो. वी के शुक्ल ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय को ग्लोबल यूनिवर्सिटी बनाने में हर संभव कार्य किया जाएगा।