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रोहतक- बच्ची को बंधक बना लूट करने वाले दो बदमाश गिरफ्तार, लाखों के आभूषण व नकदी पर किया था हाथ साफ, वारदात में शामिल फौजी फरार।

रोहतक। हरियाणा के रोहतक शहर की मानसरोवर कॉलोनी में गत 21 अगस्त की रात बदमाशों द्वारा असलहे के बल पर 11 साल की बच्ची को बंधक बनाकर घर से लाखों की कीमत के आभूषण, नकदी व दो मोबाइल फोन लूटने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को पकड़ लिया है। आरोपियों ने अगले ही दिन एक और वारदात को अंजाम दिया था।

प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए डीएसपी हेडक्वार्टर गोरखपाल राणा व डीएसपी सज्जन सिंह ने बताया कि आरोपी बदमाशों से 22 अगस्त की रात को जनता कॉलोनी के एक घर में घुसने के लिए डोरबेल बजाई और फिर मकान मालिक सहित दो लोगों पर गोलियां चला दीं। बदमाशों की पहचान रमन निवासी सूर्य नगर रोहतक व अमित उर्फ अजय निवासी रवेरा, बवानी खेड़ा के रूप में हुई है।

इस गैंग में फौजी कुलदीप निवासी शास्त्री कॉलोनी, रोहतक भी शामिल है। फौजी ने ही दो दिन तक दोनों घरों की रेकी की थी। फिलहाल आरोपी फौजी वारदात में फरार चल रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। फौजी 15 से भी ज्यादा दिनों से बिना बताए अपनी ड्यटी से भी गैर हाजिर है।

बता दें की सिविल लाइन ‌थाना पुलिस को दी शिकायत में कपिल चावला ने बताया था कि वह मानसरोवर कॉलोनी में पिछले एक साल से किराए के मकान में रहता है। वह 21 अगस्त की रात करीब साढे 10 बजे अपनी पत्नी के साथ रेलवे रोड पर गया था। घर पर उसकी 11 साल की बेटी, जोकि सातवीं कक्षा की छात्रा है, वह अकेली थी। करीब आधे घंटे बाद जब वे वापस लौटे तो देखा कि घर के बाहर गली में काफी लोग इकट‍्ठे थे।

यह देखकर कपिल आनन फानन में घर के भीतर घुसा। अंदर देखा कि घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। 11 साल की बेटी ने बताया कि पापा दो अंकल घर में आए थे। जिनमें से एक ने मुझ पर पिस्तौल ‌तान दी और फिर सारा घर खंगाल कर काफी सामान अपने साथ ले गए। घर का सामान चेक करने पर पता लगा कि बदमाश घर से एक बैग से दो सोने के कड़े , 6 अंगूठियां, चेन पैंडल सैट, एक मंगलसूत्र लोकेट, दो मोबाइल फोन व एक हजार की नकदी चुरा कर ले गए। वारदात के बाद आरोपी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए।

पूरी कहानी, 11 साल की बहादुर बेटी की जुबानी घटना के वक्त घर में मौजूद बच्ची ने बताया कि पापा-मम्मी अभी घर से गए ही थे। तभी मुझे बाहर गेट खुलने व अंदर किसी के आने की आवाज सुनाई दी थी। आवाज सुनने के बाद मैं कमरे से बाहर आने लगी तो बाहर गेट के रास्ते मुंह पर कपड़ा लपेटे हुए दो लोग घर में आते दिखाई दिए। उनमें से एक ने उसके माथे की ओर पिस्तौल कर दी और कहा कि बता घर में क्या सामान कहां पड़ा है। वे उसे धमकाते हुए घर के एक कोने से दूसरे कोने तक ले जाते हुए सामान का पूछने लगे। बच्ची ने उन्हें हर बार यही कहा कि उसे इस बारे में नहीं पता, आप खुद तलाश लो। इसके बाद उन्होंने घर का सारा सामान खंगाल दिया और काफी सामान अपने सा‌थ ले कर चले गए।

पीड़ित बैंककर्मी कपिल ने बताया कि वह 6 माह पहले ही नेवी से रिटायर्ड हुए हैं। इसके बाद मैं दिल्ली सरकारी बैंक में सर्विस करने लगा। मैं रोजाना शाम को करीब 8 बजे तक घर आ जाता हूं। कभी पत्नी के साथ, कभी बेटी के साथ तो कभी दोनों के ही साथ बाहर घूमने के लिए जाता हूं। नजदीक ही माता-पिता भी रहते हैं, उनसे भी रोजाना मिलने जाता हूं। शनिवार रात को साढ़े 10 बजे मैं पत्नी के साथ रेलवे रोड पर काम से गया था। आधे घंटे बाद वापस भी आ गया। इसी बीच 20 मिनट में बदमाशों ने वारदात को अंजाम भी दे दिया। सीसीटीवी में बदमाश रेकी करते हुए और वारदात को अंजाम देने के बाद भागते भी नजर आ रहे। इस सब से संदेह हो रहा है कि वारदात को अंजाम देने वाले मेरी टाइमिंग से परिचित थे।

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