वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी हिन्दू विश्विद्यालय के IMS-BHU में नर्सिंग की परीक्षा न होने के विरोध में नर्सिंग छात्र 2 दिन से धरने पर बैठे हैं। इससे अस्पताल में वार्ड, लैब सहित अन्य जगहों पर कामकाज प्रभावित रहा। परीक्षा कराए जाने, हॉस्टल न दिए जाने आदि मांगों के न होने पर आईएमएस निदेशक समेत अन्य अधिकारियों पर अनदेखी का आरोप लगाया। चेतावनी दी कि जब तक मांगों के पूरा होने का आदेश जारी नहीं हो जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा।

बता दें कि बीएचयू में बीएससी नर्सिंग के 200 से अधिक विद्यार्थी हैं। धरनारत छात्रों ने बताया कि 2018 से इसी मांग को लेकर धरना, प्रदर्शन करना पड़ता है। हर बार केवल आश्वासन मिलता है। मई में आईएमएस निदेशक को पत्र भेजकर मांगों से अवगत कराया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वही अस्पताल प्रशासन से IMS के निदेशक प्रो. बी आर मित्तल समेत नर्सिंग प्रभारी समेत कई डॉक्टर यहां पर छात्रों को मनाने में लगे हैं। बताया जा रहा है छात्रों की कई मांगों को मान भी लिया गया है, मगर छात्र एक मांग माने जाने के बाद दूसरी की डिमांड करने लग जा रहे हैं। IMS-BHU एक अधिकारी का कहना है कि छात्रों ज्यादातर मांगे मांन ली गई है फिर भी ये धरने से उठने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे अस्पताल की ड्यूटी में लगे लोगों को भाग-भागकर नर्सिंग कॉलेज में आना पड़ रहा है। वहीं, इससे अस्पताल में मरीजों के इलाज पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ये नर्सिंग के छात्र न तो खुद काम करते हैं और न ही दूसरों को करने देते हैं। यदि ऐसे ही चिकित्सा के कार्य बाधित हुए विश्वविद्यालय को कोई सख्त कदम उठाना पड़ सकता है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने भी अभी तक कोई आश्वासन लिखित में नहीं दिया है।
ये है छात्रों की प्रमुख मांगे॥
MSc नर्सिंग का कोर्स शुरू कर विधिवत पढ़ाई हो॥
चौथे वर्ष की परीक्षा समाप्त होते ही नर्सिंग ऑफिसर के पद पर भर्ती की जाए॥
अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की प्रक्रिया दिसंबर तक खत्म कर दी जाए॥
आरक्षण के नियम नौकरी देते समय भी लागू किए जाएं॥