वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो युवकों ने फांसी के फंदे से लटक कर खुदकुशी कर ली। चितईपुर थाना क्षेत्र में पत्नी से विवाद के बाद पेशे से ड्राइवर ने तो उधर लालपुर- पाण्डेयपुर थाना क्षेत्र में आर्थिक तंगी के चलते कारपेंटर ने जान दे दी। दोनों के खौफनाक कदम से उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। सूचना पाकर लालपुर पांडेयपुर और चितईपुर थाने की पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक़ चितईपुर थाना क्षेत्र के नेवादा स्थित राजेंद्र विहार कॉलोनी में किराये पर रहने वाले निशांत झा (38) ने बीती रात फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की जानकारी शनिवार सुबह पत्नी के पहुंचने के बाद हुई। घटना के बाद पत्नी चिंतना देवी व दो छोटी बच्चियों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताया जा रहा है मूल रूप से मधुबनी (बिहार) निवासी निशांत पिछले तीन साल से श्रीकांत त्रिपाठी के मकान में किराये पर रह रहा था। वह सुंदरपुर निवासी प्रेम गुप्ता की गाड़ी चलाता था। पत्नी बगल के घरों में चौका-रसोई का काम करती है। शुक्रवार दिन में शराब पीने को लेकर पत्नी से विवाद हुआ था। जिसके बाद चिंतना दोनों बेटियों को लेकर पास में ही स्थित अपने मायके चली गई।
शुक्रवार रात 10 बजे निशांत पत्नी के पास पहुंचा और घर जाने के लिए कहने लगा। लेकिन पत्नी ने घर जाने से मना कर दिया। इधर, निशांत घर पहुंचने के बाद साड़ी का फंदा बनाकर पंखे की कुंडी से लटक गया। सुबह चिंतना कमरे पर पहुंची। दरवाजा खटखटाने पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। अनहोनी की आशंका में पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे पंखे की कुंडी के सहारे निशांत का शव लटक रहा था।

वही दूसरी तरफ लालपुर- पाण्डेयपुर थाना अंतर्गत हुकुलगंज निवासी 26 वर्षीय रवि विश्वकर्मा ने बीमारी और आर्थिक तंगी से अवसादग्रस्त होकर फांसी लगाकर जान दे दी। रवि की शादी 2 साल पहले गाजीपुर जिले के भीमापुर के समीप रहने वाली माधुरी से हुई थी। माधुरी 4 दिन पहले पति से विवाद के बाद ईश्वरगंगी में रहने वाली अपनी बहन नीलम के घर गई थी। माधुरी ने बताया कि सुबह पति से उसकी बात हुई थी और वह घर आने को बोली थी। वह अपने बहनोई छेदीलाल के साथ घर आई और दरवाजा खटखटाई तो नहीं खुला।
काफी देरी तक भी दरवाजा न खुलने पर बगल में रहने वाले चाचा के मकान की छत पर गई और झांक कर देखी तो पति पंखे के सहारे रस्सी के फंदे से लटके हुए दिखे। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हुए और थोड़ी देर बाद पुलिस भी आ गई। उधर, रवि के पड़ोस में रहने वाले उसके चाचा गोपाल विश्वकर्मा ने बताया कि बचपन से ही उनके भतीजे को मिर्गी का दौरा आता था। इसे लेकर वह बहुत परेशान रहता था। कोरोना काल जबसे शुरू हुआ तो काम न मिलने के कारण भी वह काफी परेशान रहता था।
शनिवार सुबह सूचना पर पहुंची पुलिस ने फॉरेंसिक टीम बुलाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्मघाती कदम उठाने से पहले रवि ने पत्नी माधुरी को फोन कर घर आने के लिए कहा था।