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वाराणसी- पालन-पोषण के लिए तीन साल पहले दिया बच्चा लौटने से इनकार, मामला पहुंचा थाने, अब बाल कल्याण समिति करेगी फैसला।

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी मंडुवाडीह थाना अंतर्गत महेशपुर क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसमें एक मासूम के दो दावेदार आमने-सामने आ गए। दरअसल महेशपुर निवासी राहुल की पत्नी को तीन वर्ष पूर्व बच्चा हुआ था। आरोप है पत्नी के कैंसर से पीड़ित होने पर राहुल ने अपने पुत्र को मित्र रिंकू तिवारी को दे दिया और पत्नी का इलाज करवाने लगा।

जिसके बाद रिंकू की भाभी बच्चे को लेकर मुंबई चली गई। कुछ समय बाद राहुल की पत्नी की मृत्यु हो गयी। राहुल के अनुसार पत्नी की मौत के बाद उसने रिंकू से अपने पुत्र को मांगा तो बताया कि बच्चे का पालन पोषण मेरी भाभी सपना कर रही हैं।

रविवार को उसे पता चला कि सपना पुत्र को लेकर मुम्बई से बनारस आयी हुई है। इस पर उसने लहरतारा चौकी पर बैठे पुलिसकर्मियों से गुहार लगाई। राहुल का आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने लालच में सपना से मिल कर मुझे भगा दिया। इसके बाद वह मंडुवाडीह थाने पर पहुंचा और थानाध्यक्ष राजीव सिंह से पूरी बात बताई।

थानेदार ने महिला पुलिसकर्मियों को भेजकर सपना को बच्चे सहित थाने बुलवाया। दोनों पक्षों को सोमवार को बाल कल्याण समिति चांदमारी शिवपुर भेजने की बात कही। कहा कि जो भी निर्णय बाल कल्याण समिति की ओर से लिया जाएगा, उसे अमल कराया जाएगा।

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