लखनऊ। यूपी एटीएस ने मंगलवार को रोहिंग्या गिरोह के चार सदस्य को गिरफ्तार किया। बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के फर्जी दस्तावेज बनाकर मानव तस्करी करने वाले चार आरोपियों को चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। यह लोग अपना असली नाम छुपाकर दस्तावेजों को हिंदू नामों से बनवाते थे।
यूपी एटीएस ने मिथुन मंडल, पश्चिम बंगाल (तस्कर), शाओन अहमद (बांग्लादेशी), मोमिनुर इस्लाम (बांग्लादेश), मेहंदी हसन (बांग्लादेशी) नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों ने गाड़ी संख्या 02314 में दिल्ली से सियालदह तक का टिकट बुक कराया था। गाड़ी छूटने से पहले संदिग्धों की सीट कंफर्म हो गई थी। संदिग्ध दिल्ली के प्लेटफार्म नंबर 3 से ट्रेन में सवार हुए थे।
एडीजी लां एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी शासन और यूपी पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश हो रहे बांग्लादेशियों के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इसी सिलसिले में एटीएस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। यूपी एटीएस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो अंतरराष्ट्रीय गिरोह म्यांमार और बांग्लादेश से लेकर कूट रचित दस्तावेज बनाकर भारत में रखते हैं। एक व्यक्ति पश्चिम बंगाल का रहने वाला है, जो ट्रैवेल एजेंसी चलाता है। तीन अन्य शाऊन अहमद इसका वर्तमान नाम पिंटू है। मोमिन इस्लाम और मेहंदी हसन बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
पूछताछ में पता चला है कि ये भारतीय पहचान पत्र पर देश में रह रहे थे। इनकी आरटीपीसीआर यात्रा के लिए कराई गई जांच भी फर्जी पाई गई है। धर्म बदलकर ये लोग फर्जी पहचान पत्र बनवाकर विदेश जाने की फिराक में थे। साउथ अफ्रीका जाने के लिए इन्होंने पासपोर्ट भी बनवा लिया था। इनके पास से 12 बैंक खाते मिले है। जिसमें अच्छी खासी रकम है। पकड़े गए चारों के पास से 5 मोबाइल, 3 भारतीय पासपोर्ट, 4 आधार कार्ड, 12 एटीएम, 1 पैनकार्ड, 1 दिल्ली मेट्रो कार्ड, 3 वोटर आईडी कार्ड बरामद किया गया है।