लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद के रहिमाबाद स्थित लालूहार गांव में सोमवार तड़के अचानक एक मकान की कच्ची छत गिर गई। मलबे में दबने से कार्तिक (7) व बेटी नीशू (4) की मौत हो गई। जबकि मां सुधा गंभीर रूप से घायल हो गयी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी जानकारी होने पर पहुंच गये। हादसा पीड़ित परिवार को प्रधानमंत्री आवास मिला है। जिसका निर्माण कार्य चल रहा था। उसकी छत लगनी बाकी है। शटरिंग के कारण सुधा अपने दोनों बच्चों के साथ पुराने कच्चे मकान में सो रही थी।
प्रभारी निरीक्षक मलिहाबाद नित्यानंद के मुताबिक ग्राम पंचायत गढ़ी जिंदौर का मजरा लालूहार है। इस मजरे में सुनील परिवार सहित रहते हैं। सुनील पेशे से मजदूर हैं। हाल में ही सुनील को प्रधानमंत्री आवास मिला है। जिसका वह अपने आवास के बाहरी हिस्से में निर्माण करवा रहे हैं। निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सिर्फ छत पड़नी है। इसके लिए शटरिंग भी लग गई है। रविवार रात को सुनील अपने दस साल के बेटे आदित्य व मां भगाना के साथ बाहर सो रहा था। वहीं उसकी पत्नी सुधा दो बच्चों कार्तिक व बेटी नीशू के साथ कच्चे हिस्से वाले मकान में सो रही थी। सोमवार सुबह करीब 4 बजे अचानक कच्चे मकान का छत भरभराकर गिर गया। जिसके मलबे में तीनों दब गये।
सुनील के मुताबिक सुबह अचानक तेज धमाके की आवाज सुनी। उसकी आंख खुली तो मिट्टी का कच्चा मकान गिर गया था। अंदर उसकी पत्नी सुधा, बेटा कार्तिक व बेटी नीशू दब गये थे। सुनील ने शोर मचाया तो आसपास के लोग बाहर निकले। पड़ोसियों ने मलबा हटाया तो अंदर तीनों बेसुध पड़े थे। तीनों को बाहर निकालकर अस्पताल ले गये। जहां डॉक्टरों ने बेटे कार्तिक व बेटी नीशू को मृत घोषित कर दिया। वहीं सुधा की हालत गंभीर देख ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
कच्ची छत गिरने की वजह से हुई दोनों मासूम बच्चों की मौत से आसपास सहित पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जानकारी पर तत्काल उपजिलाधिकारी हनुमान प्रसाद केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर, ब्लॉक प्रमुख निर्मल वर्मा आदि मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और संभव मदद का भरोसा दिलाया।
हादसे के बाद मां सुधा को होश नहीं था। उनका इलाज लखनऊ में बुद्घेश्वर के पास निजी हॉस्पिटल में चल रहा है। अभी तक किसी ने बच्चों के मौत की जानकारी उन्हें नहीं दी है। अपने 4 साल की बेटी व 7 साल के बेटे की मौत की खबर सुधा जब सुनेगी तो उसके ऊपर क्या बीतेगी। इस हादसे से पूरे गांव वालों की आंखे नम हैं।