नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली दौरे पर हैं। आज 9 जुलाई, शनिवार दिल्ली दौरे के दूसरे और आखिरी दिन सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे तक चली। इस मुलाकात के वक्त सीएम शिंदे और फडणवीस ने पीएम मोदी को भगवान विट्ठल और देवी रुक्मिणी की प्रतिमा भेंट की। इस मुलाकात के बाद सीएम शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र की ओर से भरपूर मदद किए जाने का पीएम मोदी से आश्वासन मिला है। उनसे महाराष्ट्र के विकास को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। समविचार वाली पार्टियों के साथ आने से उन्हें भी आनंद हुआ है। अब रुके हुए प्रोजेक्ट्स तेजी से पूरे होंगे। सीएम शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने बालासाहेब ठाकरे के बारे में काफी देर तक चर्चा की।

इससे पहले सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम शिंदे ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद वे पीएम नरेंद्र मोदी समेत केंद्र सरकार के वरिष्ठ नेताओं से सदिच्छा भेंट करने दिल्ली आए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से उनकी मुलाकात हो चुकी है। एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘जनता के दिल में जैसी सरकार की कल्पना थी, वैसी सरकार का गठन हो चुका है। महाराष्ट्र के विकास के लिए केंद्र सरकार ने अपना भरपूर साथ देने का आश्वासन दिया है।
कैबिनेट विस्तार पर दिल्ली में नहीं हुई चर्चा॥
सीएम एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात से इनकार किया कि दिल्ली में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा करने वे पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं से मिलने आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार स्थापना के बाद यह एक सदिच्छा भेंट है। मुझे केंद्र सरकार के वरिष्ठ नेताओं की ओर से आश्वासन मिला है कि राज्य की तरक्की में उनका भरपूर सहयोग मिलेगा। जिस राज्य को केंद्र का सहयोग मिलता है, वो राज्य तेजी से तरक्की करता है।
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि संजय राउत जैसे नेताओं की ओर से जो यह बयान दिया जा रहा है कि बीजेपी और शिंदे गुट की सरकार मिलकर मुंबई को महाराष्ट्र से अलग करने की साजिश रच रही है, यह बकवास है, जनता को भरमाने का प्रयास है। सीएम शिंदे ने संजय राउत के इस बयान की भी खिल्ली उड़ाई कि बगावत करने के लिए शिंदे गुट के विधायकों को 50-50 लाख रुपए के खोके मिले। उन्होंने कहा कि ये खोके किस चीज के मिले, क्या मिठाई के खोके मिले?
ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव नहीं, हमारी भूमिका यही॥
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जो नई सरकार का गठन हुआ है उसमें डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का योगदान अमूल्य है। ओबीसी आरक्षण के बिना पंचायतों का चुनाव नहीं करवाए जाएं। नगरपंचायतों के चुनाव बरसात के बाद करवाए जाएं, इस बारे में हम चुनाव आयोग से चर्चा करेंगे। 11 जुलाई के सुप्रीम कोर्ट में 16 विधायकों को निलंबन नोटिस दिए जाने पर होने वाली सुनवाई के संदर्भ में सीएम शिंदे ने कहा कि उनका न्याय व्यवस्था में विश्वास है। उनके विधायकों ने कुछ भी गलत या असंवैधानिक काम नहीं किया है।
हम ही असली शिवसेना- एकनाथ शिंदे
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम ही असली शिवसेना हैं। यह जल्दी ही साबित हो जाएगा। बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि जब कांग्रेस और एनसीपी के साथ जाने की नौबत आई तो शिवसेना बंद कर देंगे। हमने जो किया वो, कहां गलत किया। हम तो बालासाहेब ठाकरे के विचारों को ही आगे बढ़ा रहे हैं। हम महाराष्ट्र के सभी घटकों के विकास के लिए मिल कर काम करेंगे। अगले चुनाव में हमारे 200 विधायक चुन कर आएंगे।
दिल्ली दौरे का राजनीतिक एजेंडा नहीं- देवेंद्र फडणवीस।
सीएम शिंदे के अलावा डिप्टी सीएम फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे जब पंढरपुर से आषाढ़ी की पूजा कर के लौटेंगे तब हम मुंबई में मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करेंगे। सीएम शिंदे के दिल्ली दौरे का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है, बल्कि सरकार स्थापना के बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से एक सदिच्छा भेंट करने वे यहां आए हैं। 2019 के चुनाव के बाद जनता खुद को छला हुआ महसूस कर रही थी। उन्हें लग रहा था कि हमारा वोट तो बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन के लिए था, लेकिन सरकार कोई और ही बन गई। अब जाकर जनता के मन की सरकार का गठन हुआ है। बीजेपी सीएम शिंदे की सरकार को अच्छी तरह से चलाने में हर संभव मदद करेगी।