लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मुफ्त में बूस्टर डोज अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने छह महीने पहले कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज ली है वह बूस्टर डोज के लिए पात्र होंगे। वहीं उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सिविल अस्पताल में बूस्टर डोज लगवाई और लोगों से समय आने पर बूस्टर डोज लगवाने की अपील की।
प्रदेश में यह 75 दिन का विशेष अभियान है जिसमें 12.08 करोड़ लोग इसके लिए पात्र होंगे।। इस दौरान एक लाभार्थी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले के साथ नए वैरियंट के लगातार प्रभावी होने के कारण यह तो बहुत जरूरी था। हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आभारी हैं कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर यह पहल शुरू की। सभी को बूस्टर डोज लेनी चाहिए।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष पर प्रिकॉशन डोज का विशेष अभियान भारत सरकार द्वारा प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी पात्र लोगों को जिन्होंने कम से कम 06 माह या 26 सप्ताह पूर्व वैक्सीन की दूसरी डोज ले ली है, उन्हें अब प्रिकॉशन डोज अमृत डोज के रूप में निःशुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय भारत सरकार ने लिया है। 75 दिनों का यह विशेष अभियान 30 सितम्बर, 2022 तक संचालित किया जायेगा। इस दौरान प्रदेश में 12 करोड़ 08 लाख 21 हजार 597 लोग प्रिकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में देश जिस लड़ाई को लड़ रहा है, वह सफलता की नई ऊंचाई को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। दुनिया में भारत के कोविड प्रबन्धन को सर्वत्र सराहा गया है। सर्वाधिक कोविड वैक्सीनेशन की डोज देने वाला भारत दुनिया का एक प्रमुख देश है। भारत ने जिस प्रभावी ढंग से देश के 135 करोड़ लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करायी है वह दुनिया के लिए बहुत कौतूहल व आश्चर्य का विषय है।
सीएम ने कहा कि फ्री में वैक्सीन, सबको वैक्सीन देश में मिल रही है। उत्तर प्रदेश आबादी की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है। भारत सरकार ने चरणबद्ध ढंग से कोविड वैक्सीनेशन का जो कार्यक्रम घोषित किया, उसे उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। यही कारण है कि अब तक प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 104 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 98.11 प्रतिशत लोगों ने द्वितीय डोज प्राप्त कर ली है। 15 से 17 आयु वर्ग के शतप्रतिशत किशोर बच्चों ने वैक्सीन की प्रथम डोज ले ली हैं तथा 90 प्रतिशत किशोर वैक्सीन की द्वितीय डोज प्राप्त कर चुके हैं। 12 से 14 आयु वर्ग के 98.3 प्रतिशत बच्चों ने प्रथम डोज तथा 78.3 प्रतिशत बच्चों ने द्वितीय डोज प्राप्त कर ली है।
उन्होंने कहा कि प्रिकॉशन डोज का यह विशेष अभियान निःशुल्क है। उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रदेशवासियों से अपील की कि आजादी के अमृत महोत्सव पर 75 दिनों के प्रिकॉशन डोज के इस कार्यक्रम में, पात्रता की श्रेणी में आने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग, कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।
मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सीनेशन के प्रिकॉशन डोज अभियान की शुरूआत करते हुए सिविल अस्पताल में वैक्सीन लगवाने आये लोगों एवं वहां उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि कोरोना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन वायरस कुछ कमजोर हुआ है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बता दें कि इससे पहले, बूस्टर खुराक केवल 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को सरकारी केन्द्र पर मुफ्त में दी जाती थी। 18 से 60 वर्ष के बीच के लोगों को यह निजी केंद्रों पर भुगतान के आधार पर मिलती थी। वैक्सीनेशन अभियान में प्रिकॉशन डोज भारत सरकार फ्री में लगवा रही है। 30 सितंबर तक भारत सरकार के सहयोग से बूस्टर डोज सभी पात्रों को फ्री में प्राप्त होगी।
वहीं उत्तर प्रदेश में 17,58,99,067 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक मिल चुकी है जबकि 16,40,30,246 लोगों को दूसरी खुराक भी मिल चुकी है। कोविन पोर्टल के अनुसार, कुल 37,35,194 को भी सतर्कता डोज मिली है।
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बीते बुधवार को 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को मुफ्त में कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के लिए बूस्टर डोज देने का फैसला किया गया था। मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी थे। पाठक के पास चिकित्सा, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा तथा परिवार कल्याण मंत्रालय है।
उत्तर प्रदेश में वयस्कों को मुफ्त में कोरोना संक्रमण की सतर्कता डोज देने के लिए 4,283 केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें आज से 18 वर्ष से लेकर 59 वर्ष तक की उम्र के वयस्कों को मुफ्त सतर्कता (प्रीकाशन) डोज लगना शुरू हो गई। इसके लिए प्रदेश में पहले दिन 4,283 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं।
इससे पहले अभी तक 384 रुपए फीस लेकर प्राइवेट अस्पतालों में ही सतर्कता डोज लगाई जा रही थी। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 7.40 करोड़ वयस्कों को सतर्कता डोज लगाई जानी है। अभी तक प्रदेश में 37.37 लाख यानी पांच प्रतिशत वयस्कों ने ही टीका लगवाया है।