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गुजरात- बोटाद शराब कांड में अब तक 28 मौतें, 45 अस्‍पताल में भर्ती, 14 पर हत्‍या का मामला दर्ज।

Gujarat: 28 dead after consuming spurring liquor, 14 FIRs registered.

अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। वहीं 45 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस मामले की जांच में सामने आया है कि लोगों ने जहरीली शराब नहीं बल्कि नशे के लिए केमिकल को सीधे पानी में मिलाकर पिया था। बरवाला, रानपुर और अहमदाबाद ग्रामीण में इस मामले को लेकर तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं।

स्थानीय पुलिस ने पूरे मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया है। गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि अत्यधिक जहरीले मिथाइल अल्कोहल से शराब बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि, 14 लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। ज्यादातर आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

मामला सोमवार की सुबह तब सामने आया जब बोटाड के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों की हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में रेफर कर दिया गया। यहां लोगों की जब एक-एक करके मौत होने लगी तो प्रशासन में हड़कंप मच गया।

मृतकों में 22 बोटाद और 6 अहमदाबाद के॥

पुलिस ने बताया कि जिन 28 लोगों की मौत हुई है उनमें से 22 बोटाद जिले के गांवों के थे। वहीं छह पड़ोसी अहमदाबाद जिले के थे। इसके अलावा 45 से अधिक लोग वर्तमान में भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल हो गई है। डीजीपी आशीष भाटिया ने बताया कि त्रासदी में कुल 28 लोगों की मौत हुई है। यह तथ्य भी सामने आया है कि केमिकल को सीधे पानी में मिलाकर लोगों ने सेवन किया, जिसके बाद एक-एक कर मौतें होने लगीं।

गृहमंत्री ने की बैठक॥

यह केमिकल एक फैक्ट्री से खरीदा गया था। 600 लीटर केमिकल को 40,000 रुपये में बेचा गया। इसमें फैक्ट्री के मैनेजर की मिलीभगत सामने आई है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने स्थिति का संज्ञान लिया और मामले को लेकर एक बैठक की अध्यक्षता की।

वापस आते ही हुआ ब्रेन डेड॥

अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस के सूत्रों ने बताया कि धंधुका तालुका के आकरू, अनियारी और ऊंचडी गांव नाम के तीन गांवों में नकली शराब पीने से तीन लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने बताया कि धंधुका के एक सरकारी अस्पताल से सूचना मिली कि एक व्यक्ति नभोई गया और शराब का सेवन किया। उसके बाद वह ब्रेन डेड हो गया और सोमवार दोपहर को उसे भर्ती कराया गया। भर्ती होने पर उसका ब्लड शुगर गिरकर 36 हो गया और बाद में उसने दम तोड़ दिया।

नहीं हुई कोई और परेशानी॥

पुलिस ने बताया कि हैरानी वाली बात है कि जिन भी लोगों ने यह केमिकल पिया उनमें से किसी को भी उलटी होना, जी मिचलाना, पेट दर्द जैसी समस्या नहीं हुई। यहां तक कि आंखों की रोशनी पर भी कोई प्रभाव नहीं हुआ है, जबकि जहरीली शराब के मामलों में मेथेनॉल यानी मेथिल अल्कोहल के सेवन से ऐसे दुष्प्रभाव देखे जाते हैं। पुलिस के मुताबिक घटना के शिकार लोगों ने केमिकल सीधे पानी में मिलाकर पिया।

केजरीवाल का आरोप- शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण॥

गुजरात के दौरे पर गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही है। राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण का आनंद ले रहे हैं और उन्होंने शराब की बिक्री से अर्जित धन की जांच की मांग भी की। केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वह भावनगर के एक अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए कुछ लोगों को भर्ती कराया गया था।

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