छत्तीसगढ़ खनन मामले में गिरफ्तार IAS अधिकारी समीर विश्नोई समेत तीन लोगों को कोर्ट ने गुरुवार को 8 दिन की ईडी की रिमांड पर भेज दिया है। हालांकि कोर्ट ने ईडी की दिल्ली ले जाने की ट्रांजिट रिमांड वाली मांग को खारिज कर दिया। कोर्ट ने आदेश दिया है कि सभी आरोपी अपने वकील से दो दिन में एक घंटे के लिए सिर्फ एक बार मिल सकते हैं। उधर, पेशी के दौरान अधिकारी समीर विश्नोई ने एजेंसी पर मामला गढ़कर फंसाने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरी ओर समीर विश्नोई की पत्नी प्रीति विश्नोई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर ईडी के अधिकारियों पर फंसा देने की धमकी देकर दस्तावेजों में हस्ताक्षर करवाने का आरोप लगाया है।
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आईएएस समीर बिश्नोई, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद तीनों को अपर सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया। ईडी तीनों आरोपियों की 14 दिन की ट्रांजिट रिमांड मांग की थी। कोर्ट में आईएएस समीर बिश्नोई की ओर से वकील एसके फरहान, लक्ष्मीकांत तिवारी के लिए फैजल रिजवी और कारोबारी सुनील अग्रवाल के लिए दिल्ली से आए विजय अग्रवाल ने पैरवी की।
आईएएस अधिकारियों के बचाव पक्ष के वकील ने गिरफ्तारी की वैधता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ये कार्रवाई पूर्व में की गई आईटी की छापेमारी से जुड़ी हुई है। साथ ही वकील ने कहा कि सभी को कोर्ट में गिरफ्तार करने के 24 घंटे बाद पेश किया गया है, जिससे नागरिकों के रूप में इनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है।
IAS की पत्नी ने सीएम को लिखा पत्र॥
IAS अधिकारी समीर विश्नोई की पत्नी प्रीति विश्नोई ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। प्रीति ने ईडी के अधिकारियों पर झूठे मामलों में फंसाकर करियर बर्बाद करने और परिवार वालों को जिंदगीभर जेल में सड़ा देने की धमकी देते हुए दस्तावेजों में हस्ताक्षर कराने की बात कही है। ईडी के अधिकारियों की मनमानी का जिक्र करते हुए पति की लीवर सिरोसिस, बीपी और माइग्रेन जैसी बीमारियों से ग्रसित होने का हवाला देने के बाद भी भूखा-प्यासा रखने का आरोप लगाया।
ये है पूरा मामला॥
बता दें कि दो दिन पहले ही मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ( ED) ने छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई करते हुए ताबड़तोड़ छापेमारी की। ED ने इस दौरान रायगढ़ कलेक्टर समेत कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की अलग अलग टीमों ने मंगलवार सुबह 5 बजे से ही छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी थी। दरअसल, तीन महीने पहले ही केंद्रीय आयकर विभाग ने सूर्यकांत तिवारी, मुख्यमंत्री भुपेश बधेल की करीबी सौम्या चौरसिया जैसे बहुचर्चित लोगों के यहां लंबी कार्यवाही को अंजाम दिया था। उसी समय से केंद्रीय एजेंसी के राडार में छत्तीसगढ के कई बड़े आईएएस अधिकारी व कुछ कोयला कारोबारी, जो कोयला परिवहन से जुड़े थे, वे लोग नजर में आ चुके थे।