लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगरा में कोरोना का पहला केस मिला है, चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। शाहगंज क्षेत्र के रहने वाले 40 वर्ष का युवक चीन गया था, वह 23 दिसंबर को आगरा लौटा। एक निजी लैब पर कोरोना की जांच कराई थी। कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम युवक के घर पहुंच गई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि चीन से लौटे शाहगंज के मारुति एस्टेट क्षेत्र निवासी युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह कारोबार के सिलसिले में चीन गया था। 22 दिसंबर को दिल्ली पहुंचा और वहां से 23 को आगरा आया।
एहतियातन उसने दिल्ली गेट स्थित साइंटिफिक पैथोलॉजी लैब में कोरोना की जांच कराई। जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लैब से जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। स्वास्थ्य विभाग ने मरीज का नमूना लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर की जांच कराई, रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
मरीज के घर रैपिड रेस्पांस टीम को भेजा गया। परिवार के बाकी सदस्यों का नमूना लिया जाएगा। इनकी रिपोर्ट भी सोमवार को आ जाएगी। सीएमओ ने बताया कि मरीज ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया था, वह घर पर ही था। उसके संपर्क में ज्यादा लोग नहीं आए हैं। जो भी संपर्क में आए उनके नमूने ले लिए गए हैं।
मरीज में नहीं है कोई लक्षण॥
सीएमओ ने बताया कि युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन उसमें कोरोना जैसे कोई लक्षण नहीं हैं। स्थिति बिल्कुल ठीक है और घर पर है। मरीज को होम आइसोलेशन में रखा गया है। युवक ने चीन से लौटने के बाद एहतियातन कोरोना की जांच निजी लैब में कराई थी।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नमूना केजीएमयू भेजा॥
आरटीपीसीआर की जांच में मरीज में कोरोना की पुष्टि होने के बाद नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेज दिया गया है। सीएमओ का कहना है कि शासन के का निर्देश है कि कोरोना की पुष्टि के बाद प्रत्येक मरीज का नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा।
एक माह बाद नया मामला सामने आया॥
कोरोना का नया मामला जिले में एक माह बाद सामने आया है। इससे पहले 25 नवंबर को कोरोना का मरीज मिला था। एक से 25 नवंबर के बीच कोरोना के कुल 13 मामले सामने आए थे।