इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 16 साल की छात्रा की हृदयाघात से मौत हो गई। वह कक्षा 11 वीं की छात्रा थी और स्कूल में दोस्तों के साथ खेल रही थी। मौत के बाद उसके परिजनों ने उसकी आंखें दान करने का फैसला किया, ताकि वह दूसरों की जिंदगी में रोशनी फैला सके।
छात्रा वृंदा त्रिपाठी को वैसे कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। वह रोज की तरह स्कूल गई थी और खेल रही थी। अचानक उसके सीने में दर्द हुआ और वह गश खाकर गिर पड़ी। स्कूल का स्टॉफ छात्रा को अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई, हालांकि छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेजा गया है, ताकि मौत की वास्तविक वजह भी पता चल सके।
परिजन सदमे में है, लेकिन उन्होंने 16 वर्षीय बेटी की आंखें दान करने का निर्णय लिया। उन्होंने मुस्कान ग्रुप से संपर्क किया। ग्रुप के सेवादार जीतू बागानी और अनिल गोरे परिजनों से मिले और वृृंदा की आंखें निकाल कर दूसरों की जिंदगी में रोशनी लाने के प्रयास शुरू कर दिए। ग्रुप के सेवादार राजेंद्र माखीजा, संदीपन आर्य और लक्की खत्री ने भी इस काम में समन्वय किया।
लगातार हार्टअटैक से हो रही मौतें॥
इंदौर में हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं। सप्ताह भर पहले तीन दिन में 11 लोगों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। इंडिया-न्यूजीलैंड के बीच हुए क्रिकेट मैच के दौरान एक पुलिस अधिकारी को हार्ट अटैक आ गया था। वे अस्पताल में भर्ती है।