बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में जल निगम के कार्यालय के पीछे स्थित स्टोर में मंगलवार दोपहर अज्ञात कारणों से आग लग गई। तेज हवाओं के चलने से कार्यालय भी चपेट में आ गया। करीब दो घंटे तक आसमान में धुएं का गुबार उठता रहा। जले हुए अवशेष हवाओं के साथ डीएम आवास से लेकर पानी टंकी चौराहे तक फैले हुए दिखे। दमकल की सात गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
डीएम आवास से चंद कदम की दूरी पर स्थित जल निगम के कार्यालय के पीछे स्टोर बना हुआ है। यहां प्लास्टिक के पाइप समेत बोरिंग व जलापूर्ति के अन्य सामान रखे हुए थे। दोपहर में अचानक यहां पर आग लग गई। शाम चार बजे के करीब यहां से धुआं निकलता हुआ राहगीरों को दिखाई दिया। इसके बाद सूचना अधिकारियों को दी गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया था। स्टोर के बाहरी परिसर में मुख्य मार्ग से सटे जल निगम के कार्यालय में भी आग की लपटें उठनी शुरू हो गईं।
अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी गई। करीब दो घंटे तक यहां काेई वाहन नहीं पहुंचा। इससे आसपास के भवनों में अफरातफरी मच गई। नगरपालिका से टैंकर व चार जेसीबी मंगाकर आग बुझाने की कोशिश हो रही थी। तभी दमकल के सात वाहन भी पहुंच गए। किसी तरह से आग को फैलने से रोका जा सका। अग्निकांड में लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ है। वहीं वित्तीय सत्र की समाप्ति को लेकर घोटालों की फाइलों को जलाने की आशंका भी जताई जा रही है।
महत्वपूर्ण अभिलेख व सामान भी जले॥
जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने कहा कि, आग पर काबू पाया जा चुका है। मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। जल निगम के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार का कहना है कि महत्वपूर्ण अभिलेख व सामान भी जले हैं। क्षति का आंकलन कराया जा रहा है। प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से आग लगने की संभावना है।
घरों को कर दिया गया था खाली॥
आग की दहशत आसपास ऐसी फैली कि लोग घरों से बाहर निकल आए। पड़ोस में रहने वाले नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी बाल मुकुंद मिश्र व उनका परिवार भी बाहर आ गया था। पास की नर्सरी व नलकूप के चालक भी घरों से बाहर हो गए। स्टेशन क्लब को भी खाली करा दिया गया।
सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच गई। पुलिस ने रास्ते को साफ कराना शुरू कर दिया। पानी टंकी से डीएम तिराहा जाने वाले वाहनों को भी रोक दिया गया था। मार्ग पर जाम के हालात बने हुए थे। आग के तेज होने के कारण कई भवन भी प्रभावित हुए हैं। अवकाश का दिन होने के कारण किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।