मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान नागराज बुदुमुरु के रूप में हुई है, जो कि पूर्ण रणजी क्रिकेटर रहा है। आरोप है कि नागराज ने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और उनके पीए के नाम पर विभिन्न कंपनियों से करीब तीन करोड़ रुपए की ठगी की है। आरोपी के खिलाफ 30 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी के बैंक खाते से 7.6 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। आरोपी मुख्यमंत्री के साथ ही पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर भी ठगी को अंजाम दे चुका है।
क्रिकेटर से बना ठग॥
नागराज बुदुमुरु (28 वर्षीय) पर आरोप है कि उसने विभिन्न कंपनियों के सामने खुद को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का सहयोगी बताया और कंपनियों से क्रिकेटर्स को स्पॉन्सर करने को कहा। इस तरह नागराज ने मुख्यमंत्री और उनके पीए के नाम का सहारा लेकर करोड़ों रुपए की ठगी की। बुदुमुरु साल 2014 से लेकर 2016 तक आंध्र प्रदेश रणजी टीम का हिस्सा रहा। बुदुमुरु आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का भी हिस्सा रहा। नागराज साल 2016 से लेकर 2018 तक इंडिया बी टीम में भी शामिल रहा। पुलिस का कहना है कि जब उसका क्रिकेट करियर डूब गया तो अपने लग्जरी लाइफस्टाइल को बनाए रखने के लिए उसने ठगी का रास्ता अपना लिया।
स्पॉन्सरशिप के नाम पर की जालसाजी॥
हाल ही में नागराज ने मुंबई स्थित एक कंपनी से संपर्क किया और खुद को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का निजी सचिव नागेश्वर रेड्डी बताया। नागराज ने एक क्रिकेटर के लिए स्पॉन्सर करने की मांग की। अपना प्रभाव जमाने के लिए आरोपी ने कुछ फर्जी ईमेल भी कंपनी को किए। जिससे कंपनी उसके झांसे में आ गई और कंपनी ने 12 लाख रुपए स्पॉन्सरशिप के लिए दे दिए। हालांकि जब कई दिन बीत जाने के बाद भी क्रिकेट बोर्ड ने कंपनी से संपर्क नहीं किया तो कंपनी के पदाधिकारियों ने मामले की शिकायत पुलिस से की।
60 कंपनियों को बनाया शिकार॥
शिकायत मिलने के बाद पुलिस में आरोपी की तलाश शुरू कर दी। जांच के बाद पुलिस ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के यावारीपेट्टा इलाके से नागराज बुदुमुरु को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने नागराज के बैंक खाते से 7.6 लाख रुपए बरामद भी कर लिए हैं और खाते को फ्रीज कर दिया है। बुदुमुरु पर आरोप है कि उसने इसी तरह करीब 60 कंपनियों से करीब 3 करोड़ रुपए की ठगी की है। आरोपी नागराज एमबीए स्नातक है और पहले भी कई मामलों में उसकी गिरफ्तारी हो चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच में खुलासा हुआ है कि नागराज पहले बीसीसीआई के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद, राजनेता केटी रामाराव और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर भी ठगी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। नागराज सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहता है और अक्सर अपनी लग्जरी लाइफस्टाइल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करता रहता है।