कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के विरोध में मंगलवार शाम दिल्ली की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के लिए उतरी। लाल किले के पास के नेता और सांसद बैनर-पोस्टर लेकर पहुंचे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान विपक्ष कई अन्य पार्टियों के सांसद भी कांग्रेस नेताओं के साथ दिखे।
कई नेता गिरफ्तार!
संसद से राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ हाथों में जलती मशालें लेकर कांग्रेस नेता मंगलवार को लाल किले के पास इकट्ठा हुए। जहां पहले से ही पुलिस मुस्तैद थी। कांग्रेस नेता जैसे ही लाल किला के पहुंचे पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया। कई नेताओं को पुलिस ने जबरदस्ती उठाकर वैन में डाल दिया। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने संभावित कानून और व्यवस्था के मुद्दों का हवाला देते हुए लाल किले से पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में टाउन हॉल तक “लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च” की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
कौन-कौन हुए शामिल?
इस प्रदर्शन के सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें कांग्रेस के नेताओं को पुलिस हिरासत में लेती दिख रही है। प्रदर्शन में कांग्रेस के कई बड़े नेता शामिल थे। जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, इमरान प्रतापगढ़ी, जयप्रकाश अग्रवाल, बीवी श्रीनिवास जैसे नेताओं ने इस प्रदर्शन को लीड किया। इस प्रदर्शन में टीआरएस के सांसद भी शामिल हुए।
कांग्रेस ने इस प्रदर्शन के कई वीडियो और फोटो अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट किए हैं। कांग्रेस ने एक वीडियो के साथ लिखा- “तानाशाह का डर देखिए, अडानी का नाम आते ही संसद म्यूट करवा देता है। सड़क पर प्रदर्शन हो तो पुलिस लगवा देता है। डर है कि ’20 हजार करोड़’ का राज न खुल जाए।”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है। हमारे नेता को डिसक्वालीफाई कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं। ये क्या डेमोक्रेसी है?