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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार अलर्ट: पूरे देश में 10 और 11 अप्रैल को होगी मॉक ड्रिल , स्वास्थ्य मंत्री बोले- हमें सतर्क रहना होगा।

Union Health Minister Chairs Covid Review Meeting with States, UTs.

नई दिल्ली। देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रमुख सचिवों/अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ वर्चुअल बातचीत की। इस दौरान कोरोना वायरस को लेकर तैयारियों पर चर्चा की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यों को सतर्क रहने और कोविड-19 प्रबंधन के लिए पूरी तैयारी रखने की सलाह दी। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से 10 और 11 अप्रैल, 2023 को सभी अस्पताल बुनियादी ढांचे का मॉक ड्रिल करने और 8 और 9 अप्रैल, 2023 को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने का आग्रह किया।

डॉ. मनसुख मंडाविया ने इसको लेकर ट्वीट भी किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि देश में कोविड-19 की स्थिति को लेकर राज्यों एवं UTs के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान कोविड टेस्टिंग एवं जीनोम सीक्वेंसिंग के साथ कोविड नियमों के पालन का प्रसार बढ़ाने पर बात हुई। उन्होंने कहा कि हमें सतर्क रहना है और अनावश्यक भय नहीं फैलाना है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य मंत्रियों से निवेदन किया कि, अपने राज्यों में कोविड की स्थिति को देखते हुए, स्वास्थ्य सुविधाओं एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर समीक्षा बैठक करें। 10 व 11 अप्रैल को पूरे देश में कोविड को लेकर mock drill होगी, इसमें सभी स्वास्थ्य मंत्री भी अस्पताल का दौरा करें।

कोविड-19 पर झारखंड स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वीसी के जरिए राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक की। हमने उनसे राष्ट्रीय स्तर पर एसओपी जारी करने का अनुरोध किया। हम 10-11 अप्रैल को मॉक ड्रिल करेंगे। राज्य सरकार भी एसओपी जारी करेगी। आपको बता दें कि भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 6,050 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर4,47,45,104 हो गई है। पिछले 203 दिन में सामने आए ये सर्वाधिक दैनिक मामले हैं। अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 28,303 पर पहुंच गई है। देश में पिछले साल 16 सितंबर को संक्रमण के 6,298 दैनिक मामले सामने आए थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, नए मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते सक्रिय मामले भी बढ़कर 25,587 तक पहुंच गए हैं। बीते दिन 2,826 मरीजों को स्वस्थ घोषित किया गया। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना की जांच बढ़ने के साथ ही संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ती दिखाई दे रही है। पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह दैनिक जांच में इजाफा हुआ है। बीते दिन 1.60 लाख से अधिक सैंपल की जांच हुई है जिसमें 3.32 फीसदी संक्रमित पाए गए। यही वजह है कि नए मरीजों की संख्या अधिक दर्ज की जा रही है। मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 2.89 फीसदी है।

21 राज्य के 72 जिले में रेड अलर्ट॥

बीते चार सप्ताह से देश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के चलते 21 राज्य के 72 जिले रेड अलर्ट में आए हैं। इन जिलों में बीते सप्ताह के दौरान 12 से 100 फीसदी तक सैंपल कोरोना संक्रमित मिले हैं। जानकारी मिली है शुक्रवार को होने वाली बैठक में अधिक संक्रमण प्रसारित होने वाले जिलों पर चर्चा करते हुए यहां कोविड सतर्कता नियमों पर सख्ती करने का फैसला लिया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, जिन जिलों में कोरोना का साप्ताहिक संक्रमण 10 फीसदी से अधिक है, वहां मास्क अनिवार्य किया जा सकता है। इसके अलावा इन क्षेत्रों में भीड़ पर नियंत्रण से जुड़े दिशा-निर्देश भी लागू हो सकते हैं।

इन राज्यों की स्थिति चिंताजनक॥

दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के सबसे अधिक जिले रेड अलर्ट में हैं। दिल्ली के 11 में से नौ जिलों में सबसे अधिक संक्रमण है, दिल्ली के एक छोर पर गुरुग्राम-फरीदाबाद तो वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में एक समान स्थिति देखने को मिल रही है। इन तीनों जिलों में संक्रमण दर क्रमश: 12.84, 12.06 और 11.72 फीसदी है।

नए स्वरूप का बर्ताव पता लगा पाना फिलहाल मुश्किल॥

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कहा कि सरकार इस पर लगातार नजर बनाए हुए है और राज्यों को एडवायजरी भी जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लगातार नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, जो चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के वेरिएंट और सब वेरिएंट्स के मामलों की स्टडी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी तक जो मामले सामने आए हैं, उन्हें खतरनाक नहीं कहा जा सकता है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना मामलों में उछाल को देखते हुए सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट कैसा बर्ताव करेगा, इसके बारे में फिलहाल कुछ कहना मुश्किल है।

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