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3 देशों के दौरे से भारत लौटे पीएम मोदी ने भारतीयों को किया प्रणाम, बोले- दुनिया में भारतीय विरासत का है सम्मान।

After over fifty engagements, travel across three nations, PM Modi returns to India.

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के बाद भारत लौट आए हैं. उनका विमान सुबह 5:10 के आसपास दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ. प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए कई भाजपा कार्यकर्ता रात भर से पालम एयरपोर्ट के बाहर ही खड़े हुए थे. भाजपा की दिल्ली प्रदेश यूनिट ने पीएम के स्वागत में रातभर एयरपोर्ट के बाहर ही जश्न मनाया है. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद पीएम के स्वागत के लिए पालम एयरपोर्ट पहुंचे थे.

इस दौरान कई भाजपा कार्यकर्ता हाथों में तिरंगा और ‘विश्व प्रिय नेता’ के बोर्ड लेकर खड़े हुए थे.

बता दें कि पीएम मोदी तीन देशों की आधिकारिक यात्रा कर भारत लौटे हैं. पीएम जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए हुए थे. पीएम ने बीते छह दिनों में इन तीन देशों में कई बैठकें कीं. एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत समारोह की अगवानी के दौरान जेपी नड्डा ने कहा, पीएम ने दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है.

पीएम ने अपनी विदेश यात्रा को लेकर कहा कि इस यात्रा के दौरान जितना समय मुझे उपलब्ध था, उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में अपना समय पूरी तरह से उपयोग किया. खास बात यह है कि अब चुनौती बड़ी है, लेकिन… चुनौतियों को चुनौती देना मेरे स्वभाव में है!

पीएम ने ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ का एक किस्सा याद करते हुए बताया – उन्होंने मुझे भोजन पर बुलाया था. उन्होंने मां की तरह मेरे बगल में बैठकर मुझे बताया कि देखो मैंने आपके लिए क्या बनाया है. इसके बाद उन्होंने मुझे एक छोटा सा रुमाल दिखाया. मेरी जब शादी हुई थी, तब महात्मा गांधी ने मुझे ये दिया था.

पीएम ने कहा कि कल जब मैंने देखा कि जब ओपेरा हाउस पर भारत को सम्मानित करने का प्रयास किया. भारतीय समारोह का जो समारोह था, उसकी भव्यता दुनिया ने देखा. भारतीयों के इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम, पूर्व पीएम और पूरे विपक्षी दल और सत्ता दल के लोग वहां आए थे. यह यश मोदी का नहीं बल्कि हिंदुस्तानियों के यश का है.

पीएम ने कहा कि जब कोरोना के चलते बुरे हालात थे, विश्व के समृद्ध से समृद्ध देश भी कोरोना के सामने घुटने टेक दिए थे. हमारे कई परिवारों ने अपनों को खो दिया. लेकिन जब मैं विदेश में लोगों से मिला, तो हर किसी की आंख में आंसू थे. उसकी आंखें बता रही थीं कि आपने वैक्सीन दी इसलिए हम जिंदा हैं. दुनिया के कोटि-कोटि लोगों की जिंदगी भारत की वैक्सीन ने संभाली.

पीएम ने कहा- याद करिए वो दिन जब मुझसे हिसाब मांगा जाता था. पूछा जाता है कि आपको वैक्सीन देने की क्या जरूरत है. मैं कहना चाहता हूं कि यह बुद्ध, गांधी की भूमि है. हम दुश्मनों की मदद करने वाले लोग हैं, करुणा से भरे हुए लोग हैं. हम ऐसे ही आगे बढ़ते हैं.. आज दुनिया जानना चाहती है कि भारत क्या सोच रहा है.

नरेंद्र मोदी ने कहा- मैं आप से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए… दुनिया सुनने को आतुर है। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है.

पीएम ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया… आज भारत को अपना मानता है, भारत को सम्मान से देखता है और वो भारत के भविष्य के साथ अपना भविष्य जोड़ कर देखता है.

पीएम ने कहा- मैं दुनिया के देशों में जाकर के, दुनिया के महापुरुषों से मिल कर के हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं, हिंदुस्तान की युवा पीढ़ी के Talent की चर्चा करता हूं और अवसर मिलने पर भारत के नौजवान कैसा पराक्रम कर के दिखलाते हैं… ये मैं दुनिया में जा कर बतलाता हूं. मेरे देश की महान संस्कृति का गौरवगान करते हुए मैं आंखें नीची नहीं करता हूं… आंखें मिला कर बात करता हूं.

पीएम ने बताया- मैं जितने भी नेताओं से मिला…जिन सभी हस्तियों से मैंने बात की, वे मंत्रमुग्ध थे और G20 की अध्यक्षता में भारत के इतने उत्कृष्ट रूप से धारण करने की सराहना करते थे. यह सभी भारतीयों के लिए बड़े गर्व की बात है. उन्होंने बताया कि अपनी इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान मुझे जो भी समय मिला, मैंने उसका उपयोग राष्ट्र की भलाई के लिए, राष्ट्र के लिए सर्वोत्तम संभव निर्णय लेने के लिए किया.

पीएम ने कहा कि आज यहां जो लोग उपस्थित हैं, वो मोदीजी को प्यार करने वाले लोग नहीं हैं, ये मां भारती को प्यार करने वाले लोग हैं. ये हिंदुस्तान को प्यार करने वाले लोग हैं. हिंदुस्तान का नाम रोशन होता है तो 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा नई ऊंचाइयों को छू लेता है.

पीएम ने कहा- मैं अपने राष्ट्र को दुनिया के सामने किसी झिझक में नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और गर्व के साथ गौरवान्वित करता हूं. इसके पीछे कारण वह सरकार है, जिसे आप सभी ने पूर्ण बहुमत से चुना है. जब मैं बात करता हूं, तो दुनिया केवल मुझ पर विश्वास नहीं करती है, बल्कि उन सभी 140 करोड़ भारतीयों पर विश्वास करती है, जिनका मैं प्रतिनिधित्व करता हूं.

पीएम ने कहा कि तमिल भाषा हमारी भाषा है. यह हर भारतीय की भाषा है. यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है. मुझे पापुआ न्यू गिनी में ‘थिरुक्कुरल’ पुस्तक के टोक पिसिन अनुवाद का विमोचन करने का अवसर मिला.

पीएम ने दिल्ली एयरपोर्ट पर कहा- सबसे पहले मैं इस पवित्र धरती को प्रणाम करता हूं, हमारे पूर्वजों को प्रणाम करता हूं और यहां उपस्थित लोगों के माध्यम से देशवासियों को आदरपूवर्क नमन करता हूं. ये आप का ही पुरुषार्थ है, ये आप ही की परंपरा है… मैं तो दुनिया में जा कर के सिर्फ आपके पराक्रमों के गीत गाता हूं.

मोदी मेरे लिए पीएम नहीं, गुरु हैं: जयशंकर

इससे पहले एस जयशंकर ने कहा कि न्यू पापुआ गिनी के पीएम ने यह तक कहा कि पीएम मोदी मेरे लिए सिर्फ एक देश के प्रधानमंत्री नहीं है, वे मेरे लिए गुरु हैं. प्रधानमंत्री तो विश्वगुरु हैं. हमें उनसे प्रेरणा मिलती है.

इसके अलावा सिडनी दौरे के बारे में बताते हुए एस जयशंकर ने कहा, ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने जो ‘द बॉस’ कहा था, वो उनके स्पीच का हिस्सा नहीं था. एस जयशंकर ने बताया कि बाद में ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने उन्हें बताया भी था कि यह ‘द बॉस’ बोलना मेरे मन की बात है. यह किसी कागज या भाषण का हिस्सा नहीं है.

पीएम मोदी के स्वागत समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इस यात्रा पर दुनिया में हमारे पीएम का जो मान बढ़ा है उसका में साक्षी रहा हूं.

मोदी को बॉस बोलना मेरे मन की बात- ऑस्ट्रेलिया के पीएम

इसके अलावा सिडनी दौरे के बारे में बताते हुए एस जयशंकर ने कहा, ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने जो ‘द बॉस’ कहा था, वो उनके स्पीच का हिस्सा नहीं था. एस जयशंकर ने बताया कि बाद में ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने उन्हें बताया भी था कि यह ‘द बॉस’ बोलना मेरे मन की बात है. यह किसी कागज या भाषण का हिस्सा नहीं है.

इसके अलावा जापान में अमेरिका के राष्ट्रपति ने जो पीएम मोदी के ऑटोग्राफ मांगे थे वो उनकी निजी चाहत थी. एस जयशंकर ने बताया कि बाइडेन पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं.

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