तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मोदी सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाया है। जिसमें कहा गया कि कोविड-19 टीकाकरण ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म CoWin पर रजिस्टर सभी लोगों का डेटा लीक हो गया है। जिसमें वरिष्ठ नेता और हाईप्रोफाइल लोग भी शामिल हैं। उनकी ओर से सबूत के तौर पर कई स्क्रीनशॉट साझा किए गए।
मामले में टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट कर लिखा कि मोदी सरकार का एक मेजर डेटा ब्रीच हुआ है, जहां वैक्सीन लगवा चुके सभी भारतीयों के मोबाइल नंबर, आधार नंबर, पासपोर्ट नंबर, मतदाता पहचान पत्र, परिवार के सदस्यों के विवरण लीक हो गए। वो इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हैं।
उन्होंने आगे बताया कि इस डेटा ब्रीच में कई बड़े नेताओं की जानकारी भी लीक हुई। जिसमें टीएमसी नेता डेरेक ओ’ब्रायन, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, कांग्रेस नेता जयराम रमेश और के.सी. वेणुगोपाल आदि का नाम शामिल है।
उन्होंने आगे लिखा कि ये सारी जानकारी टेलीग्राम पर फ्री में उपलब्ध है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब मोदी सरकार ‘मजबूत डेटा सुरक्षा’ का दावा करती है तो व्यक्तिगत विवरण जैसे पासपोर्ट नंबर, आधार नंबर आदि कैसे लीक हो गए? मोदी सरकार खासकर गृह मंत्रालय को इस लीक के बारे में पता क्यों नहीं है? इसके अलावा जनता को इस लीक के बारे में क्यों नहीं बताया गया?
मोदी सरकार ने किसे आधार और पासपोर्ट नंबर सहित भारतीयों के संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच प्रदान की है? किसकी वजट से ये डेटा ब्रीच हुआ है। उन्होंने अंत में लिखा कि ये गंभीर चिंता का बिषय है। उन्होंने अश्विनी वैष्णव पर भी सवाल उठाए, जिनके पास इससे संबंधित मंत्रालय का डेटा है।
कई लोगों की डिटेल का स्क्रीनशॉट किया शेयर॥
वहीं दूसरी ओर टेलीग्राम के कई स्क्रीनशॉट टीएमसी प्रवक्ता ने शेयर किए हैं। जिसमें इन लोगों के नाम शामिल हैं-
-राज्यसभा के उपसभापति हरिबंश नारायण सिंह
-राज्यसभा सांसद सुष्मिता देव, अभिषेक मनु सिंघवी और संजय राउत
-इंडिया टुडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई
-वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त
-द न्यूज मिनट की धन्या राजेंद्रन
-टाइम्स नाउ के राहुल शिवशंकर