ग्रेटर नोएडा। जेवर क्षेत्र में अस्पताल की छत के करीब से गुजर रहे बिजली के 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आने से एक बच्चा गंभीर रूप से झुलस गया। डॉक्टरों को उसके दोनों हाथ काटने पड़े हैं। दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने बिजली विभाग और अस्पताल संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की है।
अलीगढ़ जिले के पिसावा के रहने वाली योगेश चौहान ने बताया कि जेवर क्षेत्र के दस्तमपुर में उनकी बहन का ससुराल है। जेवर के एक अस्पताल में 23 जून को उनकी बहन की डिलिवरी हुई थी। वह पत्नी और 6 वर्षीय बेटे माधव चौहान को लेकर 25 जून को अस्पताल गए थे। अस्पताल की छत के पास से 11 हजार वोल्ट की लाइन गुजर रही है। उनका बेटा छत पर खड़ा था। उसी दौरान वह करंट की चपेट में आकर झुलस गया। आनन-फानन में उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। इंफेक्शन फैलने से रोकने के लिए डॉक्टरों को उसके दोनों हाथ काटने पड़े हैं।
पीड़ित पिता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि अस्पताल में भर्ती उसके बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने उसकी जान को भी खतरा बताया है। पीड़ित पिता का आरोप है कि बिजली विभाग और अस्पताल संचालक की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ है। छत के पास से हाई वोल्टेज बिजली के तार गुजर रहे हैं, जिसको कवर करने के लिए बिजली विभाग और अस्पताल की तरफ से कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। इसकी वजह से ही यह हादसा हुआ है। पीड़ित पिता ने इस संबंध में मंगलवार को कोतवाली जेवर में पहुंचकर शिकायत की है। जेवर पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच कर मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।