नई दिल्ली। बीजेपी ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई लिस्ट जारी की है। जिसमें पुराने कई लोगों की छुट्टी की गई है और नए लोगों को जगह दी गई है। इस लिस्ट में बीजेपी की रणनीति की भी झलक दिख रही है। बीजेपी ने यूपी से एक पसमांदा मुस्लिम को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की लिस्ट में शामिल किया है। वहीं केरल और असम को भी तव्वजो दी गई है। जिन राज्यों में पार्टी को अंतरकलह का सामना करना पड़ा था वहां भी पार्टी ने लिस्ट के जरिए बता दिया है कि मिलकर काम करना होगा।
बीजेपी पसमांदा मुस्लिमों पर लगातार फोकस कर रही है। पसमांदा मुस्लिमों के लिए बीजेपी यात्रा भी निकाल रही है साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार पार्टी की इंटरनल मीटिंग से लेकर पब्लिक मीटिंग में भी पसमांदा मुस्लिमों का जिक्र कर चुके हैं। जिससे साफ है कि बीजेपी के लोकसभा चुनाव अभियान की रणनीति में पसमांदा मुस्लिम भी अहम फैक्टर होगा। यूपी में विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर को बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। ये पसमांदा मुस्लिम हैं।
बीजेपी के पास राष्ट्रीय पदाधिकारियों में अब दो मुस्लिम चेहरे हो गए हैं। तारिक मंसूर और पहले से ही उपाध्यक्ष अब्दुल्ला कुट्टी। अब्दुल्ला केरल से हैं। राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, रमन सिंह, रघुवर दास पहले की तरह ही अब भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की लिस्ट में शामिल हैं। सरोज पांडे, लक्ष्मी कांत बाजपेयी को भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष से पश्चिम बंगाल से सांसद दिलीप घोष और राधा मोहन सिंह को ड्रॉप किया गया है।
तेलंगाना के बीजेपी अध्यक्ष रहे संजय बंदी को अब राष्ट्रीय महामंत्री का जिम्मा दिया गया है। कुछ वक्त पहले ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया गया था। जिसके बाद उनके समर्थनों ने भारी नाराजगी जताई थी। सोशल मीडिया के जरिए भी उनके समर्थक इसकी आलोचना कर रहे थे। वहां बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री जी.किशन रेड्डी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। तेलंगाना में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी वहां कोई रिस्क नहीं लेना चाहती क्योंकि बीजेपी को तेलंगाना में खुद के लिए काफी संभावनाएं दिख रही हैं।
यूपी से राधा मोहन अग्रवाल को भी राष्ट्रीय महामंत्री की लिस्ट में शामिल किया गया है। दिलीप सेकिया और सीटी रवि अब तक राष्ट्रीय महामंत्री थे लेकिन इस बार उन्हें जगह नहीं मिली है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान सीटी रवि और बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र के बीच जुबानी जंग भी दिखाई दी थी। बीजेपी कर्नाटक में सत्ता से बेदखल हुई है। पहले की तरह ही अरुण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, दुष्यंत गौतम, तरुण चुग, विनोद तावड़े और सुनील बंसल राष्ट्रीय महामंत्री रहेंगे।
राष्ट्रीय सचिव में बीजेपी ने असम से सांसद कामख्या प्रसाद तासा, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर और केरल से अनिल अंटोनी को शामिल किया है। अनिल कांग्रेस नेता एके अंटोनी के बेटे हैं। आंध्र प्रदेश के सह प्रभारी सुनील देवधर, यूपी से सांसद विनोद सोनकर और हर्ष द्विदेदी को इस बार पार्टी पदाधिकारियों की लिस्ट में जगह नहीं मिली। ये तीनों ही राष्ट्रीय सचिव थे।
यहां देखे लिस्ट:

