जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी हीथ स्ट्रीक ने 49 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। बुधवार को उनके निधन की खबर सामने आते ही फैंस शोक में हैं। वह लंबे समय से कैंसर की जंग लड़ रहे थे। गेंदबाज ऑलराउंडर के तौर पर उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में अपना एक नाम बनाया था। जिम्बाब्वे के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने कई मैच विनिंग प्रदर्शन कर जीत दिलाने का काम किया था।
जिम्बाब्वे के लिए कर चुके थे कप्तानी॥
हीथ स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए लंबे समय तक कप्तानी भी किया था। उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन शानदार रहा था। साल 2000 में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड ने हीथ स्ट्रीक को टेस्ट और वनडे दोनों टीमों का कप्तान बनाया था। इस दौरान उन्होंने टीम को कई बड़े मैचों में जीत दिलाने का कारनामा किया था। हीथ स्ट्रीक की मौत से क्रिकेट जगत सदमे में है।
कैंसर से पीड़ित थे हीथ स्ट्रीक॥
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हीथ स्ट्रीक कैंसर से जूझ रहे थे। कैंसर के चौथे स्टेज पर होने के कारण हीथ स्ट्रीक की सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी। दक्षिण अफ्रीका में उनका इलाज कराया जा रहा था। कुछ दिन पहले जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्री ने हीथ स्ट्रीक को लेकर कहा था कि उनकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है।
गेंद और बल्ले से दमदार प्रदर्शन॥
स्ट्रीक की कप्तानी में जिम्बाब्वे ने 21 टेस्ट मैचों में से 4 में जीत हासिल की जबकि 11 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ उन्होंने वनडे में 68 मैचों में टीम की कप्तानी की। इस दौरान 47 मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 18 मैच में उनकी कप्तानी में टीम ने जीत हासिल की। टेस्ट में उनके नाम 1990 रन जबकि वनडे में 2943 रन दर्ज हैं। वहीं वनडे में स्ट्रीक ने 29.82 के औसत से 239 विकेट अपने नाम किए हैं।