पटना। जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक ललन पासवनान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य में दलितों पर अपराध बढ़े हैं और प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। ललन पासवान कई दिनों से पार्टी से नाराज चल रहे थे। ललन पासवान ने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को चिट्ठी लिखकर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ललन पासवान का पार्टी से इस्तीफा देना नीतीश कुमार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले जेडीयू से इस्तीफा देने वाले पूर्व विधान पार्षद रणवीर नंदन ने बुधवार को बीजेपी में शामिल हो गए।
ललन पासवान साल 2005 में पहली बार जदयू के टिकट पर चेनारी विधानसभा से जीत हासिल की थी। साल 2009 में वे पार्टी से इस्तीफा देकर सासाराम सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से राजद से चुनाव लड़े। हालांकि, उन्हें मीरा कुमार से हार खानी पड़ी। 2015 में वे उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा से चेनारी विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत भी हासिल की। हालांकि, कुछ साल बाद वे फिर रालोसपा के स्वयंभू अध्यक्ष बन चर्चा में आ गए थे। बाद में पुनः जदयू में शामिल हो गए।