गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने विधानसभा में कहा कि कोविड-19 वैक्सीन और दिल के दौरे से होने वाली मौतों के बीच कोई संबंध नहीं है। गांधीनगर में विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक इमरान खेड़ावाला ने नागरिकों के बीच एक लोकप्रिय धारणा पर सरकार का रुख जानना चाहा कि हाल के दिनों में दिल के दौरे से मौतें सीओवीआईडी के कुछ दुष्प्रभावों के कारण हुईं।
पटेल ने अपने जवाब में कहा कि यह धारणा पूरी तरह से निराधार है। देश भर में कोविड-19 टीकों की लगभग 250 करोड़ खुराकें दी गईं। दिल का दौरा टीके के किसी भी दुष्प्रभाव के कारण नहीं होता है। दिल के दौरे और कोरोना वायरस वैक्सीन के मौतों के बीच कोई संबंध नहीं है। पटेल ने सदन को बताया संभव है कि लोग कोविड-19 के कारण फाइब्रोसिस (फेफड़ों की एक गंभीर बीमारी) से संक्रमित हो गए हों, जिससे रुकावट के कारण फेफड़ों की क्षमता कम हो सकती है। अन्यथा, दिल के दौरे और कोरोनोवायरस वैक्सीन के बीच कोई संबंध नहीं है।
संयोग से हाल ही में गुजरात में हृदय संबंधी समस्याओं के कारण कई मौतें हुईं, जिनमें पिछले साल अक्टूबर में गरबा कार्यक्रम भी शामिल था, जो कि नवरात्रि उत्सव का प्रतीक है। उस समय उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की थी।