Bihar

फ्लोर टेस्ट में CM नीतीश कुमार पास, तेजस्वी यादव के साथ विपक्ष का वॉकआउट।

Nitish Kumar- Led NDA Govt wins Trust Vote In Bihar Assembly Amid Oppn walks out

पटना। बिहार की राजनीति के लिए आज सोमवार का दिन महत्वपूर्ण दिन रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को एनडीए में शामिल होकर नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और आज वो फ्लोर टेस्ट में भी पास हो गए। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पक्ष में 129 वोट मिले। नीतीश कुमार ने 128 विधायकों का समर्थन राज्यपाल को 28 जनवरी को सौंप दिया था। इसके बाद पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने खेला करने की बात कही थी लेकिन नीतीश कुमार खेल में पास हो गए।

तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के सभी विधायकों को अपने आवास में रखा लेकिन इसका फायदा नहीं हुआ। उनके तीन विधायक ने उनका पाला छोड़कर जेडीयू खेमे में आ गए। जेडीयू के लिए मुश्किल खड़ी नहीं हुई लेकिन पार्टी के सुरसंड से विधायक दिलीप राय आज विधानसभा नहीं पहुंचे।

हालांकि पहले से यह चर्चा हो रही थी कि बीजेपी के तीन और जेडीयू के तीन विधायक संपर्क में नहीं हैं, लेकिन अंत तक बीजेपी के सभी 78 विधायक पहुंच गए जबकि जेडीयू के 44 विधायक आए। हम पार्टी के चार विधायक और निर्दलीय के एक विधायक ने फ्लोर टेस्ट में वोटिंग की। सरकार के पक्ष में 129 वोट मिले जबकि विपक्ष वोट न करते हुवे सदन से वॉकआउट कर दिया।

अब यह आंकड़ा जान लें कि सरकार के पक्ष में 129 वोट कैसे आए। बीजेपी के सभी 78 विधायकों ने वोट किया। जेडीयू के 43 विधायकों ने वोटिंग की जबकि जेडीयू के एक विधायक महेश्वर हजारी जो विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं और आज अध्यक्ष पद की कमान संभाले हुए थे तो उन्होंने वोटिंग नहीं की। जीतन राम मांझी की पार्टी हम के चार विधायक एवं निर्दलीय एक एमएलए ने वोट किया। आरजेडी से पाला बदलकर जेडीयू खेमे में तीन विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रहलाद यादव शामिल हो गए। सरकार के पक्ष में वोट कर दिया। आरजेडी के तीन विधायकों को जोड़ दिया जाए तो कुल संख्या 131 होती है। जेडीयू के एक विधायक नहीं आए जिसके बाद संख्या 130 हो गई। महेश्वर हजारी के वोट नहीं देने पर सरकार के पक्ष में कुल 129 वोट पड़े।

विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से हां और ना में आसान पर बैठे महेश्वर हजारी ने स्वीकृत करार दिया। विपक्ष ने इसका जोरदार विरोध किया तब गिनती की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान विधानसभा के सभी गेट्स को बंद किया गया। विधान परिषद के सदस्य सम्राट चौधरी विपक्ष के आपत्ति के बाद बाहर चले गए और तब गिनती की प्रक्रिया शुरू हुई। इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद को झटका लगा। पार्टी के कम से कम तीन विधायक सत्ता पक्ष की ओर बैठे।

स्पीकर के किलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले आरजेडी विधायक- चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव के एनडीए के सदस्यों के बीच बैठ गए थे।अपनी पार्टी के तीन विधायकों को जेडीयू के पक्ष पर बैठने पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘मतदान खत्म होने तक विधायक अपनी-अपनी सीटों पर बैठे रहें, नहीं तो वोटिंग अवैध मानी जाएगी।’ अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने व्यवस्था के प्रश्न पर कोई फैसला नहीं दिया।

वही फ्लोर टेस्ट पर चर्चा के दौरान बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सबसे पहले हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देना चाहते हैं कि लगातार 9 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। 9 बार तो शपथ ली ही लेकिन एक ही टर्म में उन्होंने तीन-तीन बार शपथ ली है। हमने ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी नहीं देखा है. मैंने नीतीश कुमार को हमेशा ‘दशरथ’ माना था, पता नहीं कि किन कारणों से उन्हें ‘महागठबंधन’ छोड़ना पड़ा।’

ऐसे फ्लोर टेस्ट में पास हुए नीतीश कुमार॥

कुल विधायक- 243

बहुमत का आंकड़ा- 122

एनडीए- 129

बीजेपी- 78

जेडीयू-43 (विधानसभा अध्यक्ष महेश्वर हजारी ने वोट नहीं किया)

हम- 04

निर्दलीय- 01

महागठबंधन-112

आरजेडी- 76 (79 थे, तीन विधायक ने सरकार के पक्ष में वोट किया)

कांग्रेस- 19

लेफ्ट- 16

एआईएमआईएम- 01

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