नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रख्यात गजल गायक पंकज उधास के निधन पर सोमवार को शोक जताया और कहा कि वह भारतीय संगीत के ऐसे प्रकाशस्तंभ थे, जिन्होंने अपनी आवाज से हर पीढ़ी के लोगों को मंत्रमुग्ध किया। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम पंकज उधास जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जिनके गायन ने भावनाओं को व्यक्त किया और जिनकी गजलें सीधे आत्मा से बात करती थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह भारतीय संगीत के प्रकाश स्तंभ थे, जिनकी धुन ने हर पीढ़ी के लोगों को मंत्रमुग्ध किया। मुझे उनके साथ हुई अपनी विभिन्न बातचीत याद है। उनके जाने से संगीत की दुनिया में एक ऐसा शून्य पैदा हुआ है, जिसे कभी भरा नहीं जा सकता। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।’’ प्रसिद्ध गजल गायक पंकज उधास का सोमवार को यहां निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। पंकज उधास 72 वर्ष के थे। वह ‘चिट्ठी आई है’ और ‘जिएं तो जिएं कैसे’ जैसे गीतों और गजलों के लिए जाने जाते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उधास के निधन पर शोक जताया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पंकज उधास ने अपनी मधुर आवाज से कई पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया। उनकी ग़ज़लों और गीतों ने हर उम्र और वर्ग के लोगों के दिलों को छुआ। आज उनके चले जाने से संगीत की दुनिया में एक बड़ी रिक्तता आई है, जिसे लम्बे समय तक भर पाना मुश्किल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे अपने गीतों और ग़ज़लों के माध्यम से सदैव हमारे बीच रहेंगे। मैं शोकाकुल परिजनों और उनके प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें।