वाराणसी। कमिश्नरेट में तैनात 138 महिला पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार की सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक जिले के 62 चौराहों पर यातायात व्यवस्था की कमान संभाली। खास बात यह रही कि महिला पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था का संचालन करने के दौरान लोगों को हेलमेट पहनने और ट्रैफिक के नियमों का पालन करने की अपील भी कर रही थीं।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर नया प्रयोग किया। एसीपी, थानाध्यक्षों, ट्रैफिक इंस्पेक्टर और ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर को निगरानी के लिए लगाकर उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों को यातायात व्यवस्था के संचालन की सीधी जिम्मेदारी सौंपी। तीखी धूप के बीच महिला पुलिसकर्मियों ने बेहतर तरीके से यातायात व्यवस्था का संचालन किया।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर नया प्रयोग किया। एसीपी, थानाध्यक्षों, ट्रैफिक इंस्पेक्टर और ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर को निगरानी के लिए लगाकर उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों को यातायात व्यवस्था के संचालन की सीधी जिम्मेदारी सौंपी। तीखी धूप के बीच महिला पुलिसकर्मियों ने बेहतर तरीके से यातायात व्यवस्था का संचालन किया।
गोदौलिया जैसे भीड़भाड़ वाले व्यस्त चौराहे के इर्द-गिर्द महिला पुलिसकर्मियों ने सड़क पर बेतरतीब तरीके से वाहन नहीं खड़े होने दिए। वहीं, सभी प्रमुख चौराहों पर यातायात व्यवस्था का संचालन महिला पुलिसकर्मियों को करते देख शहरवासी भी एकबारगी हैरत में दिखे। इसके अलावा शाम के समय पांच बजे से रात आठ बजे तक प्रत्येक थाना क्षेत्र में महिलापुलिस कर्मियों ने पैदल गश्त की। आमजन से महिला पुलिस कर्मियों ने अपील की कि आम चुनाव और आगामी त्योहारों के मद्देनजर सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से भाईचारे के साथ रहें।
अच्छा अनुभव रहा, आगे भी मौका मिलेगा तो करेंगे
गोदौलिया क्षेत्र में आरक्षी अर्चना यादव, लक्ष्मी देवी, पूजा सिंह, श्वेता, अंशिका सिंह, प्रिया सागर, बीटू तिवारी और शशि सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। यातायात व्यवस्था के संचालन का अनुभव महिला आरक्षियों से पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें अच्छा लगा और आत्मविश्वास बढ़ा है। आगे भी ऐसे अवसर मिलेंगे तो हम सभी पूरे दमखम के साथ ड्यूटी करेंगे।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि, महिला पुलिसकर्मियों की सहभागिता लॉ एंड ऑर्डर से लेकर पुलिसिंग के प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी। ऐसी छोटी-छोटी कवायदों से महिला आरक्षियों, दरोगाओं और इंस्पेक्टरों को पुलिस महकमे का फ्रंट लाइन लीडर बनाने का प्रयास जारी रहेगा।