कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में एक हॉस्टल में आग लगने से आठ छात्र घायल हो गए, जिसमें एक छात्र का खिड़की से कूदने के बाद पैर टूट गया। यह घटना रविवार की सुबह कुन्हारी इलाके के आदर्श हॉस्टल में एक ट्रांसफॉर्मर में विस्फोट के कारण हुई। ग्राउंड फ्लोर पर ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग तेजी से ऊपर की ओर फैल गई, जिससे छात्रों में दहशत फैल गई। एक छात्र अर्पित पांडेय आग से बचने के लिए अपने कमरे की बालकनी से कूद गया, जिससे उसका पैर टूट गया। दमकलकर्मियों और पुलिस अधिकारियों ने सीढ़ी का उपयोग करके दूसरे और तीसरे माले से लगभग 70 छात्रों को बचाया है।
61 छात्र हादसे के समय हॉस्टल में मौजूद॥
हादसे में सात छात्रों को मामूली जलन हुई और उन्हें एमबीएस अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया। छत्तीसगढ़ के एक छात्र विपिन ने बताया, ‘आग लगने के समय हम सभी सो रहे थे। हमने शोर सुना और बाहर भागे क्योंकि आग दूसरी मंजिल तक पहुंच गई थी।’ हॉस्टल में आग से सुरक्षा के उपाय नहीं थे। नगर निगम की दमकल ने बिना किसी हताहत के आग पर काबू पा लिया, लेकिन छात्रों का सामान जल गया। हॉस्टल संचालक पर असुरक्षित प्रतिष्ठानों के लिए लापरवाही का आरोप लगाया गया है। हादसे के दौरान 61 छात्र मौके पर मौजूद थे।
दूसरे हॉस्टल में शिफ्ट किया जाएगा बच्चो को॥
कोटा सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन ने मीडिया से कहा कि सुबह के छह साढ़े छह बजे के आसपास लक्ष्मण विहार इलाके के आदर्श रेजीडेंसी नामक हॉस्टल में आग लगी थी। पांच माला के हॉस्टल में 75 कमरे हैं। हादसे के समय लगभग 61 स्टूडेंट्स हॉस्टल में रह रहे थे। जिन बच्चों को चोट लगी, उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 8 बच्चों को अस्पताल भेजा गया था जिसमें से दो को भर्ती किया, बाकी स्टूडेंट को प्राथमिक उपचार के बाद वापस भेज दिया गया। शुरुआती आग लगने का कारण एसपी ने शॉर्ट सर्किट बताया।
उन्होंने कहा कि FSL टीम मामले की जांच कर रही है। हॉस्टल संचालक के खिलाफ पुलिस fir दर्ज करेगी और कानूनी कारवाई की जाएगी। बच्चों को हॉस्टल एसोसियेशन के जरिए दूसरे हॉस्टल में भर्ती करवाया जा रहा है। अब उनकी और अभिभावकों की काउंसलिंग की जाएगी।