पद्मश्री अवार्डी जितेंद्र सिंह शंटी और उनके बेटे सरदार ज्योतजीत सिंह को जान से मारने की धमकी मिली है। ये धमकी दोनों को अलगाववादियों ने दी है। इस धमकी के मिलने के बाद जितेंद्र सिंह शंटी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और अपनी रक्षा की गुहार लगाई है।
जितेंद्र सिंह शंटी एक संस्था का संचालन करते हैं जिसका नाम शहीद भगत सिंह सेवा दल है। इस संस्था के तहत शव वाहन के अलावा श्मशान घाट चलाने सहित कई सामाजिक कार्य किए जाते है। इस संस्था के जरिए कई अज्ञात शवों का विधिविधान के साथ अंतिम संस्कार किया जाता है। इस सेवा को देखते हुए ही वर्ष 2021 में उन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया था। शंटी दिल्ली बीजेपी के पूर्व विधायक है।
धमकी मिलने के बाद दिल्ली बीजेपी के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी ने शाहदरा पुलिस आयुक्त और विवेक विहार पुलिस स्टेशन एसएचओ को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। साथ ही आरोप लगाया है कि उन्हें जान के मारने की धमकी वाट्सएप कॉल पर दी गई है। जितेंद्र सिंह शंटी की माने तो उनके पास एक व्हाट्सएप कॉल आया। कॉलर ने उनसे पंजाबी में बात की और उनके बेटे का नाम पूछा। वही खालिस्तान के खिलाफ बोलने पर कॉलर ने उन्हें उन्होंने बेटे को गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा। साथ ही दोनों को जान से मारने की धमकी भी दी है। इस फोन कॉल के बाद जितेंद्र सिंह शंटी पुलिस प्रशासन के पास पहुंचे हैं और इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की है।
गौरतलब है कि भाजपा नेता का बेटा भाजपा में दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता है, जो समय समय पर खालिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ खुलकर अपनी राय रखता है। वहीं जितेंद्र सिंह शंटी और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उनका परिवार काफी हद तक डर गया है।