मुंबई। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 14 मई को गिरे विशालकाय होर्डिंग दुर्घटना मामले में अब तक 16 लोगों लोगों की मौत हो चुकी है। हादसा घाटकोपर इलाके में हुआ, जहां सोमवार शाम को आई तेज आंधी-बारिश के चलते छेदा नगर में एक पेट्रोल पंप पर 120 x 120 फीट का होर्डिंग अचानक गिर गया।
इस हादसे में 16 लोगों की जान चली गई, जबकि 75 अन्य घायल भी हुए थे। जिसमें कई को गंभीर चोटें आई हैं। हादसे को लेकर अब NDRF ने बताया कि होर्डिंग के नीचे फंसी कार से 2 और शव बरामद किए गए हैं। जिसके बाद मृतकों की कुल संख्या 16 जा पहुंची है।
इससे पहले इस दुखद हादसे के बाद बुधवार को होर्डिंग ढहने वाली जगह पर मलबे से दो शव पहले बरामद किए गए थे। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार सुबह खोज और बचाव अभियान के दौरान घाटकोपर में घटना स्थल पर एक छोटी सी आग लग गई, लेकिन वहां तैनात दमकल गाड़ियों ने इसे तुरंत बुझा दिया।
अधिकारी ने कहा, ”छोटी सी आग लगी थी, लेकिन उसे तुरंत बुझा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना के 50 घंटे बाद भी खोज एवं बचाव अभियान जारी रहा।
हादसा होना था पक्का, क्योंकि…
एक फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बुधवार को बताया कि बिलबोर्ड के खंभे की नींव बहुत कमजोर थी। कमजोर नींव के कारण यह ढह गया। बिलबोर्ड की नींव लगभग पांच से छह फीट ही गहरी थी और बिलबोर्ड के 120X120 फीट के आकार के लिए यह गहराई काफी नहीं थी। हादसा होना ही था, उस दिन नहीं तो किसी और दिन लेकिन हादसा होना तो पक्का था।
इधर, नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक होर्डिंग अवैध था जो तेज हवा और बारिश के बीच उखड़कर घाटकोपर के चेड्डानगर जंक्शन पर एक पेट्रोल पंप पर गिर गया। सहायक पुलिस आयुक्त (प्रशासन) ने कथित तौर पर रेलवे पुलिस, मुंबई के आयुक्त की ओर से चार होर्डिंग लगाने की अनुमति दी थी, जिसमें वह होर्डिंग भी शामिल था, जो सोमवार को गिर गया, लेकिन बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) से कोई आधिकारिक अनुमति या एनओसी नहीं ली गई थी।