नई दिल्ली। किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में स्थानीय लोगों और विदेशियों के बीच संघर्ष की खबरों के बीच किर्गिस्तान में पढ़ रहे मध्य प्रदेश के छात्रों के माता-पिता ने केंद्र सरकार से अपने बच्चों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की अपील की है। अलका सोलंकी ने कहा कि पिछले दो दिनों में देश में जो हुआ उससे मेरा बेटा डरा हुआ है। मैं केवल यही चाहती हूं कि मेरा बेटा अन्य छात्रों के साथ सुरक्षित घर वापस लौट आए, वे डरे हुए हैं। किर्गिस्तान की राजधानी में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले योगेश के माता-पिता, चेन सिंह चौधरी ने प्रधानमंत्री से छात्रों की वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
चौधरी ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव से छात्रों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं। थर्ड ईयर के स्टूडेंट रवि की मां लीना सराठेने कहा कि बिश्केक की स्थिति के कारण मेरा बेटा और अन्य छात्र डरे हुए हैं। मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा सुरक्षित घर लौट आए। कथित तौर पर किर्गिस्तान में लगभग 15,000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। देश की राजधानी में कुछ स्थानीय लोगों और विदेशियों के बीच झगड़े के बाद भारत ने पहले बिश्केक में अपने छात्रों को घर के अंदर रहने के लिए कहा था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी छात्रों को भारतीय दूतावास के साथ नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी।
इस बीच, किर्गिस्तान में भारतीय दूतावास ने कहा कि वह छात्रों के संपर्क में है और स्थिति शांत है। हम अपने छात्रों के संपर्क में हैं। स्थिति फिलहाल शांत है लेकिन छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे फिलहाल घर के अंदर ही रहें और किसी भी समस्या के मामले में दूतावास से संपर्क करें। दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर भी प्रदान किया।