लोकसभा चुनाव के प्रचार का शोर थमते ही प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी पहुंच गए हैं। पीएम मोदी ने सबसे पहले भगवती देवी अम्मन मंदिर (कन्याकुमारी मंदिर) में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद विवेकानंद शिला जाकर वहां 1 जून तक ध्यान करेंगे। सातवें और आखिरी चरण का चुनाव प्रचार थम चुका है। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में 57 लोकसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होना है। इन सीटों के लिए चुनाव प्रचार आज यानी 30 मई की शाम 5 बजे थम गया।
पर्यटकों के लिए तीन दिन बंद रहेगा विवेकानंद स्मारक॥
मंगलवार को पीएम मोदी के दौरे की सूचना के बाद कन्याकुमारी पुलिस ने विवेकानंद रॉक पर सुरक्षा घेरा बनाया है। एसपीजी टीम 29 मई को दोपहर 12 बजे तक पहुंचेगी। हर दिन करीब 1 हजार पर्यटक विवेकानंद स्मारक पहुंचते हैं, लेकिन 29 मई से 1 जून शाम तक स्मारक पर्यटकों के लिए बंद रहेगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कन्याकुमारी के रॉक मेमोरियल पर ध्यान लगाने की खबर सामने आने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है। राज्यसभा सांसद और पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर पीएम वहां प्रायश्चित करने जा रहे हैं, तो अच्छा है क्योंकि जिस इंसान को विवेक का अर्थ ही नहीं पता, वह क्या ध्यान लगाएगा।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार को कहा, ‘पीएम मोदी विवेकानंद रॉक मेमोरियल जा रहे हैं और दो दिनों के लिए ध्यानमग्न रहेंगे। राहुल गांधी ने यहीं से 7 सितंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी। मुझे यकीन है कि वह (मोदी) इस बात पर ध्यान दे रहे होंगे कि सेवानिवृत्ति के बाद जीवन कैसा होगा।’
वही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी के ध्यान को अगर टीवी पर दिखाया गया तो वे इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगी। वहीं, कपिल सिब्बल ने कहा था कि अगर पीएम वहां प्रायश्चित करने जा रहे हैं, तो अच्छा है क्योंकि जिस इंसान को विवेक का अर्थ ही नहीं पता, वह क्या ध्यान लगाएगा।
TMC सुप्रीमो और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी के इस ध्यान को टेलिविजन पर दिखाया गया तो उनकी पार्टी इलेक्शन कमीशन में शिकायत दर्ज कराएगी। ममता का कहना है कि ध्यान का टेलिकास्ट करने से आचार संहिता का उल्लंघन होगा। उधर, मोदी के ‘ध्यान’ के खिलाफ कांग्रेस चुनाव आयोग पहुंची। मोदी के इस कदम को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन बताया।
ममता ने कहा कि मोदी ध्यान लगा सकते हैं, लेकिन टेलिविजन पर उसे दिखाया नहीं जा सकता है। हम इसकी शिकायत करेंगे। क्या किसी को ध्यान करने के लिए कैमरा ले जाने की जरूरत होती है। कैंपेन का समय खत्म होने और चुनाव की तारीख के बीच यह कैंपेन करने का ही एक तरीका है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने दिल्ली में चुनाव आयोग के कार्यालय में अधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा, ‘हमने चुनाव आयोग से कहा है कि चुनाव प्रचार के खत्म होने से मतदान शुरू होने के बीच 48 घंटे के साइलेंट पीरिएड के दौरान किसी को भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रचार करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष सेल्वापेरुन्थगई ने कहा कि प्रधानमंत्री को कन्याकुमारी में ध्यान लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। चुनाव आयोग को एक्शन लेना चाहिए।